
ज्ञापन में वार्डवासियों ने यह भी उल्लेख किया है कि पार्षद अपने रसूख के चलते टंकी का पानी कुएं में भरवाकर उसे टैंकरों के माध्यम से ऊंची दरों पर बाजार में विक्रय कर रहा है जबकि वार्ड की जनता पेयजल की किल्लत से जूझ रही है और एक एक बूंद के लिए तरस रही है। वार्ड के लोगों को नगरपालिका द्वारा संचालित टैंकर भी नहीं मिल रहे हैं उन्हें भी पार्षद अपने चहेतों ेके यहां भेज देता है।
ऐसी स्थिति में वार्डवासी काफी परेशान हैं। वार्ड मेंं निवासरत शाबिर खान, समीर खान, उमर खान, हामिद खान, पप्पन, अफसर खान सहित अनेकों वार्डवासियों ने कलेक्टर के पास पहुंचकर उन्हें बताया कि जनता पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रही है और पार्षद अपनी दबंगाई के चलते समर्थकों के साथ मिलकर पानी मांगने पर वार्डवासियों की मारपीट करता है।
हाल ही मेें पार्षद ने कुछ आसामाजिक तत्वों के साथ मिलकर एक दर्जन लोगों पर धार धार हथियार से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने पार्षद से पानी की मांग की थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों पर प्रकरण भी कायम किया है।
शासकीय भूमि पर बने मकानों को हटाने के लिए कलेक्टर से की मांग
वार्ड नम्बर 33 में चीलौद पानी की टंकी से लगी हुई बेशकीमती शासकीय भूमि पर बसीर खान एवं बल्ला मास्टर द्वारा मकान बनाकर अतिक्रमण करने की शिकायत वार्ड के लोगों ने कलेक्टर शिल्पा गुप्ता से करते हुए मांग की है कि उक्त अतिक्रमण को हटाया जाए, क्योंकि शासकीय भूमि से निकलने वाला आम रास्ता अतिक्रमण के कारण बंद हो गया है।
ऐसी स्थिति में वार्डवासियों को काफी लंबा फेर लगाकर आना जाना पड़ता है। इसकी शिकायत पूर्व में वार्डवासियों ने 181 पर भी की थी, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई रूचि न लिए जाने के कारण यह अतिक्रमण पूर्ववत बना हुआ है।