ग्राम पंचायत अमोला क्रेशर में सरपंच-सचिव कागजों में डाल रहे फर्जी मस्टर

करैरा। जनपद पंचायत करैरा की अध्यक्ष बती आदिवासी बुधवार को विभिन्न ग्रामों का दौरा कर निरीक्षण कार्यों का अवलोकन किया। जहां अध्यक्ष को न तो मौके पर काम मिला और न ही मजदूर। जिस पर उन्होंने संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है। 

इन ग्रामों में यह थी विकास कार्यों की स्थिति
जनपद अध्यक्ष ग्राम अमोला क्रेशर पहुंची जहां पर ग्राम पंचायत के मजरा गांव छान में चल रहे चेक डेम का निरीक्षण किया। जहां मौके पर एक भी मजदूर काम करता हुआ नहीं मिला जबकि रजिस्टर में सरपंच-सचिव द्वारा 83 मजदूर काम करना बताया गया है। बेरवाई नाले पर चेक डैम पहले ही मशीनों द्वारा बना दिया गया व 16 मई से 13 जून  तक 41 मजदूर काम करना कागजों में बताए गए हैं। इसी तरह चिंटऊ के नाले पर 42 मजदूर आज कार्यरत दिखाए गए हैं, जबकि वहां मौके पर एक भी मजदूर नहीं मिला। बल्कि मशीनों द्वारा रात में काम कराया जाता है। जनपद अध्यक्ष के निरीक्षण में ग्राम छान में विधायक निधि द्वारा भी एक चेक डैम बनवाया गया है जो अभी से फट रहा है व इतना घटिया निर्माण है कि शायद ही यह पहली बरसात ही झेल पाए। ग्राम छान मैं निरीक्षण के दौरान अनेक मजदूरों ने रोना रोया और अध्यक्ष को बताया कि हमें मजदूरी नहीं दी जा रही है। हमारे नाम से अपने चहेतों को मजदूरी डाल दी जाती है और उनसे बंदर बांट कर लिया जाता है। 

कार्रवाई के लिए लिखा पत्र
जनपद अध्यक्ष ने उपयंत्री, सहायक यंत्री को पत्र लिखकर तत्काल फर्जी मजदूरी पर रोक लगाए जाने के निर्देश दिए और कहा कि वहां के मजदूरों को तत्काल रोजगार दिलाया जाए। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायतों में लगातार फर्जी मजदूरी डालकर शासन की योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है 

इनका कहना है 
हर ग्राम पंचायतों में बिना मॉनिटरिंग के रोजगार गारंटी के काम कराए जा रहे हैं न मौके पर इंजीनियर रहता है न सचिव सरपंच। फर्जी मस्टर लगाकर मशीनों से काम करवा रहे हैं। इस बारे में सीईओ को अवगत करा दिया है। 
बती आदिवासी, जंप अध्यक्ष