
सूत्रों ने बताया कि शासन स्तर से तरूण राठी अभी नहीं हटते तो निर्वाचन आयोग मप्र में आचार संहिता लागू होते ही उन पर कार्रवाई करता। इसलिए मप्र सरकार ने पहले उन्हें हटाते हुए नए आईएएस शिल्पा गुप्ता की तैनाती शिवपुरी में कर दी। जिससे यह विवाद समाप्त हो जाए और नई कलेक्टर एक नए सिरे से यहां पर फोकस कर सकें। शिवपुरी में युवा आईएएस तरूण राठी का कार्यकाल उल्लेखनीय कुछ भी नही रहा है।
अभी भी वोटर लिस्ट को सुधारना एक चुनौती
शिवपुरी जिले में मतदाता सूची की जांच के दौरान जो 59517 वोटर फर्जी पाए गए हैं। उसको पूरी तरह सुधारना अभी एक चुनौती है। खासकर नई कलेक्टर शिल्पा गुप्ता के सामने यह एक चुनौती पूर्ण कार्य होगा। पिछले दिनों जांच के दौरान 20886 मतदाता तो ऐसे पाए गए जो मर चुके हैं। फिर भी इनके नाम सूची में हैं। इनमें से अभी तक 14901 मतदाताओं के नाम सूची में से हटाए गए हैं। इस काम में अभी और तेजी की जरूरत है।