कोलारस में कांग्रेसियो का ज्ञापन लेने नही पंहुचा कोई अधिकारी

कोलारस। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी कोलारस के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने पैट्रोल, डीजल में की गई मूल्य वृद्धि तथा खरीदी केन्द्रों पर हो रहा किसानों का शोषण के मामले में बीते रोज कांग्रेसियो ने रैली निकालकर धरना देकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सोंपना था लेकिन कांग्रेसियो के करीब 3 घंटे धरना देने के बाद भी कोलारस एसडीएम प्रदीप तोमर और न ही प्रशासन का कोई अधिकारी कांग्रेस का ज्ञापन लेने नही पहुंचा इसके बाद कांग्रसियो का गुस्सा फूट पड़ा और कांग्रेसियो ने प्रसाशन पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए एसडीएम को भाजपा के दबाब में कार्य करने का आरोप लगाते हुए एसडीम कार्यालय का गेट बंद कर गेट पर ज्ञापन चस्पा कर दिया और बगैर आवेदन दिये ही लौट आए। 

इससे पहले कांग्रेस जनप्रतिनिधियो ने भाजपा सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कई आरोप लगाते हुए कहा केन्द्र की मोदी व प्रदेश की शिवराज सरकार के राज में किसान-मजदूर व बेरोजगार बहुत परेशान हैं, मप्र में महिलाओं की लाज सुरक्षित नहीं हैं, रेप में मप्र नंबर-1 बन गया है। केन्द्र में कांग्रेस सरकार थी तब डीजन 55 व पेट्रोल 60 रूपए लीटर बिकता था आज मोदी के राज में डीजल के दाम 80 और पेट्रोल के भाव 80 पार हो गए हैं। मप्र में व्यापक के नाम पर योग्य शिक्षित बेरोजगारों के हकों पर शिवराज सरकार ने डांका डाला है, बेरोजगार दर-दर की  ठोकरें खाते फिर रहे हैं। सीएम कहते हैं कि बेरोजगार को दो करोड़ का लोन धंधे के लिए देंगे और गारंटी शिवराज सरकारदेगी, लेकिन बैंकों में इस तरह के कोई ऑर्डर नहीं हैं, बेरोजगार को 50 हजार का लोन लेना भी आसान नहीं रहा है। आगामी विधान सभा चुनाव में शिवराज सरकार की छुट्टी होगी तब प्रदेश में गरीब, किसान, मजदूरों की सरकार कांग्रेस बनाएगी। 

यह बात विधायक महेन्द्र यादव ने आज कोलारस के जनपद मैदान में आयोजन कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में कही। ढाई घंटा तक चले प्रदर्शन में तमाम कांग्रेसजनों ने केन्द्र्र की मोदी व प्रदेश की शिवराज सरकार पर अन्याय व अत्याचार करने के आरोप लगाते हुए आगामी नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का आव्हान किया। कांग्रेस के धरना पर काफी संख्या में किसान भी शामिल हुए, इसके पूर्व कांग्रेस कार्यालय से एक रैली भी निकाली गई। 

नगर परिषद अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे ने प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम ने भावांतर योजना चलाई जिसे प्रधानमंत्रीं मोदी के कहने पर बंद कर समर्थन मूल्य पर बिना तैयारी के किसानों की उपज खरीदना शुरू कर दिया जिसका नतीजा है कि मंडी में किसान की जो उपज 50 व्यापारी खरीद करते थे वो अकेली सरकार कर रही है जिससे चार-चार दिन तक किसानों को उपज बेचने के लिए मंडी में रहना पड़ रहा है। शिवहरे नेे कहा कि पहले तो किसान की उपज का पंजियन करने में पैसे लिए, फिर सेंपल पास कराने केे पैसा लिए जाते हैं, फिर तौल के नाम पर तो कहीं भुगतान डालने के नाम पर किसानों की जेबों पर डाके डाले जा रहे हैं और सरकार व उसका प्रशासन पूरी तरह से बेखवर है इससे यही प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार के इशारे पर प्रशासन के लोग किसानों पर अत्याचार कर रहे हैं। 

बदरवास जनपद उपाध्यक्ष रामवीर सिंह यादव ने कहा कि 2013-14 में केन्द्र में कांग्रेस सरकार थी तब डीजल 35 व पेट्रोल 60 रूपए प्रति लीटर में बिकता था लेकिन मोदी के राज में पेट्रोल 80 रूपए पार कर गया और डीजल के दाम में भ्ीा बेहतासा बृद्धि हो गई। यादव ने कहा कि मंडियों में किसानों को उपज के बाजिव दाम नहीं मिल रहे हैं, भोजन नहीं मिल रहा है, समय पर खरीदी व तौल नहीं हो रही है, अन्नदाता का जमकर शोषण किया जा रहा है।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, विधायक महेन्द्र सिंह यादव, पूर्व मंडी अध्यक्ष भरत सिंह चैहान, पूर्व मंडी उपाध्यक्ष सीताराम रावत, बदरवास नप उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह यादव, जिला पंचायत सदस्य योगेन्द्र सिंह रघुवंशी, प्रहलाद यादव, सिंधिया फैन्स क्लव के जिलाध्यक्ष पवन शिवहरे, सांसद प्रतिनिधि हरिओम रघुवंशी, जनपद उपाध्यक्ष लालू चैहान, किसान कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेन्द्र रावत, ओपी भार्गव, सोहन गौड़, बिक्की राजोरिया, ब्लॉक कांग्रेस प्रवक्ता रफीक खांन, नबल सिंह जाटव, सरनाम सिंह रघुवंशी, श्रीराम गौड़, रामभरोसी शर्मा, गजराज सिंह कुशवाह आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।

कांग्रेसजनों ने लगाए प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे

धरना प्रदर्शन के बाद जब विधायक के नेतृत्व में कांग्रेसी ज्ञापन देने एसडीएम कार्यालय पहुंचे तो एसडीएम प्रदीप तोमर सहित तहसीलदार नहीं मिले तब कांग्रेसजनों ने प्रशासन व भाजपा मुर्दावाद के नारे लगाते हुए कहा कि प्रशासन की मनमानी नहीं चलने देंगे। बाद में कांग्रेसजनों ने एसडीएम कार्यालय को बंद कर दरबाजे पर ज्ञापन की प्रति चस्पा कर। एसडीएम पर कई गंभीर आरोप जड़ दिये औश्र कहा कि पहले से सूचना देने के बाद भी कोलारस एसडीएम ने ज्ञापन लेने के लिए कोई व्यवस्था न करना तानाशाह पूर्वक है। प्रति चस्पा करने के बाद तहसीलदार आ गए मगर कांग्रेसजनों ने उन्हें ज्ञापन देना उचित नहीं समझा और बगैर ज्ञापन दिये वापस लौट गए।