
इस दौरान जब बात प्रभुजी भैंरूलाल से उनके परिजनों की बात करवाई गई तो उनकी आंखें भर आई और अपना घर आश्रम के आग्रह पर परिजनों को बुलाया गया तब भैंरूलाल ने अपने परिजनों को पहचाना। परिजनों ने बताया कि भैंरूलाल 8 माह से मानसिक विक्षप्ति थे और तभी से वह लापता थे लेकिन अपना घर आश्रम को भैंरूलाल मथुरा में मिले, इसके बाद उन्हें मथुरा भेजा गया और अभी एक माह पूर्व उन्हें शिवपुरी लाया गया।
यहां उनकी सेवा की गई और स्वास्थ्य लाभ दिलाया गया तब जाकर वह अब स्वस्थ हुए और अपने गायब परिजनों से मिल सके। भैंरूलाल के एक पुत्र व एक पुत्री है जिसमें राशनकार्ड की प्रति उनके परिजनों ने अपना घर आश्रम को दी है। यहां भैंरूलाल के परिजन भाई ओमप्रकाश गुर्जर, साला किशन लाल गुर्जर, फूफा प्रभुलाल गुर्जर आए और उन्हें अपने साथ खुशी-खुशी लेकर विदा हुए और इन सभी ने अपना घर संस्था के द्वारा की गई सेवाओ के प्रति आभार ज्ञापित किया।