
शहर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों का कहना है कि लगातार बढ़ रही महंगाई से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। यदि इसी तरह बार बार डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ते रहे तो यह व्यवसाय खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा। क्योंकि टोल टैक्स भी पांच रुपए प्रति किलोमीटर लग रहा है। कई वाहन 3 रुपए प्रति एवरेज के हिसाब से टैक्स दे रहे हैं। उस पर जीएसटी का खर्च अलग हैं इस प्रकार सब मिलाकर लगभग 50 रुपए प्रति किलोमीटर का भार ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर पड़ रहा है। ऐसे में लगातार बढ़ रहे डीजल पेट्रोल के दामों से ट्रांस्पोर्टरों की परेशानी और बढ़ा दी है। इसके बावजूद भी सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है।
शहर के युवा गौरव शर्मा का कहना है कि बड़ी उम्मीदों के साथ उन्होंने अपना अमूल्य वोट देकर भाजपा की सराकर बनाई थी। भाजपा नेताओं ने भी जनता से अच्छे दिन के वायदे किए थे। लेकिन दिनों दिन महंगाई बेलगाम होती जा रही है। क्या यही सरकार के अच्छे दिन है। बढ़ती महंगाई ने मध्यम श्रेणी के परिवारों की कमर तोड़कर रख दी है।