सिंध नगर के द्वार, टैंकर 400 के पार, शहर में 1 करोड 70 लाख लीटर पानी शहर में

शिवपुरी। शहर के पिछले 10 साल की लंबे इंतजार के बाद लडखडाते हुए कदमो से सिंध नगर के द्वार पिछले 1 माह से खडी हुई है। सतनवाडा फिल्टर प्लांट से 534 हॉर्स पावर की मोटर से शहर में पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। कल शाम 7 बजे से रात लगभग 10 बजे तक सिंध का पानी शिवपुरी आया। सिंध का पानी प्रतिमिनिट 8335 लीटर के हिसाब से 32 इंच के पाईप से निकल रहा है। कल की बात करे तो 3 घटें में करीब 1 करोड 70 लाख लीटर पानी शहर में आया है। 

8335 लीटर प्रतिमिनिट के वेग से शिवपुरी की धरा पर उतरने वाला सिंध का पानी का प्रेशर से बडा टेंकर मात्र 29 मिनिट में और छोटा टेंकर 5 मिनिट में भर रहा था। शहर के वायपास और पुलिस कंट्रोल रूम पर हाईडेट के साथ  ही मैन लाईन का पानी पोहरी बायपास, गांधी पार्क और चीलौद की टंकी में भी छोडा जा रहा है। 

शहर में इस समय 6 बडे टैंकर जिसकी क्षमता 24 हजार लीटर है। 5 टैंकर इससे छोटे जिसकी क्षमता 12 हजार लीटर है। इसके अतिरिक्ट शहर के 39 वार्डों में 3-3 हजार लीटर क्षमता वाले लगभग 50 से भी अधिक टैंकर पानी ढो रहे है। उक्त सभी टैंकर 6-6 चक्कर लगाते है। 

अगर यह टैंकर पूरी ईमानदारी के साथ पानी जनता में बांटे तो शहर में जल समस्या अभी अस्थाई रूप से दूर हो जाऐगी। लेकिन खबर आ रही है कि जो टेंकर नपा के रकम पर पानी बाटने लगे है वे टेंकर 400 रू में बिक रहे है या पार्षदो के चहते के घर में पूरे-पूरे के उतर रहे है। 

कुल मिलाकर अगर सिंध के पानी की लाईने शहर की टंकी तक नही जुड जाती है। जब तक नपाकर्मियो और नपा के जनप्रतिनिधियो का पानी का भ्र्रष्टाचार बंद नही होगा। अगर सिंध घर-घर पहुंच गई तो नपा शासन-प्रशासन का ये प्यास का कारोबार बंद हो जाऐगा। अगर इन टैंकरो की मॉनिरिटंग नपा ईमानदारी से करे तो इस भीष्ण गर्मी में भी शहर से कट्टी संस्कृति का अंत हो जाऐगा।