पत्नि ने छोड़ा गुटका, तो पति ने अपनाया पत्नि को, काउंसलरों की समझाइश पर 07 परिवारों में हुई सुलह, एक प्रकरण में कानूनी कार्यवाही की अनुशंसा

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में कुल 17 को प्रस्तुत किये गए। इसमें जहां 07 प्रकरणों में समझौता कराया गया वहीं 01 प्रकरण में  वैधानिक कार्यवाही की अनुशंसा की गई। 01 प्रकरणों में एक पक्ष अनुपस्थित रहा तथा दो प्रकरणों में पुन: परामर्श हेतु आगामी दिनांक नियत की गई। 01 प्रकरण में महिला साथ रहने के लिए बिना पर्याप्त कारण के तैयार नहीं थीं। 05 प्रकरणों को न्यायालय भेजने की अनुशंसा की गई। 

ग्वालियर जॉन के आईजी अंशुमन यादव के कुशल मार्गदर्शन एवं शिवपुरी जिला पुलिस अधीक्षक सुनील पाण्डेय के नेतृत्व में अनवरत चलाए जा रहे जिला पुलिस परिवार परामर्श शिविर के तहत रविवार को आयोजित किया गया। जिला पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में परामर्शदाताओं के प्रयास और पारिवारिक समझाइश से 07 बिछड़े पति-पत्नी में सुलह कराई गई। शिवपुरी निवासी बद्री शर्मा का विवाह रानी निवासी कोलारस के साथ डेढ़ साल पूर्व हुआ था और उनका एक 11 माह का बेटा भी है। उक्त महिला विगत दो माह से अपने मायके रह रही थी। इन दोनों के बीच विवाद का कारण अक्सर पत्नि मायके चले जाना और सास ससुर के साथ आत्मीय व्यवहार नहीं था। जिसके कारण पति पत्नि के बीच बिखराब की स्थिति निर्मित हो गई थी। काउन्सलरों की समझाईश के चलते पत्नि ने अपनी गलती स्वीकारी और दोनों के बीच राजीनामा हो गया। एक अन्य प्रकरण में रजनी निवासी बैराड़ का बद्री निवासी नौहरी के साथ विवाद चल रहा था। ये दोनों ही युवा हैं और इनकी शादी को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ था। विवाद के चलते विगत तीन माह से पत्नि पत्नि मायके रह रही थी और विवाद का कारण इन दोनों के बीच जहां आपसी सामंजस्य का अभाव था वहीं पारिवारिक क्लेश भी अहम कारण था। काउन्सलरों के द्वारा समझाईश देने पर इन दोनों के बीच सुलह हो गई और दो दिन बाद पति अपनी पत्नि सम्मान पूर्वक लेने के लिए गांव जायेगा। इसी तरह खैरोना निवासी शीला की शादी लालाराम निवासी अलावदी के साथ तीन वर्ष पूर्व हुआ था और इनकी एक बेटी तथा एक बेटा है विगत 6 माह से उक्त युवती अपने मायके में रह रही थी और अपनी शर्तों पर घर में रहने के लिए तथा अपने अनुसार परिवार को चलाने के लिए दवाब बनाती थी। काउन्सलरों की समझाईश के चलते इन दोनों के बीच भी सुलह हो गई और पत्नि सबके बीच अपनी गलती को स्वीकार्य कर राजीनामा कर लिया। 

एक अन्य दिलचस्प प्रकरण में अशोकनगर निवासी मो. वसीर का विवाह फरजाना निवासी शिवपुरी के साथ हुआ था और इन दोनों के दो माह की एक बेटी भी है। विगत 6 माह से उक्त युवती अपने मायके रह रही थी। इन दोनों के बीच विवाद का कारण पत्नि का गुटका तम्बाकू खाना था। जिसको लेकर पति तथा सास ससुर दोनों ही मना करते थे। ये गुटका इस दम्पत्ति के बीच तलाक का कारण बन गया और उक्त युवती अपने मायके आ गई। काउन्सलरों ने अपनी काउन्सलिंग के दौरान दोनों पति-पत्नि को समझाईश दी तो पत्नि ने आजीवन तम्बाकू छोड़ने का संकल्प लिया। और वहीं से एक साथ जीवन विताने के लिए अशोकनगर चले गए। 

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया, वरिष्ठ काउन्सलर श्रीमती सीमा-सुनील पाण्डेय, महिला सेल प्रभारी कोमल परिहार, उमा मिश्रा, किरण ठाकुर, रवजीत ओझा, मृदुला राठी, स्नेहलता शर्मा, संतोष शिवहरे, राजेन्द्र राठौर, हरवीर सिंह चौहान, समीर गांधी, डॉ. विजय खन्ना, डॉ. इकबाल खान, एएसआई बेबी तबस्सुम सहित महिला सेल का स्टाफ मौजूद था।