
जब इस संबंध में लुटे हुए लोगों से पूछा तो उन्होंने आरोप लगाया कि वह तो इस कंपनी से कोसों दूर रहे है। परंतु उन्हीं के रिश्तेदार विनोद पुरी ने उन्हें इस कंपनी से जुडवां दिया। पीडि़त पवनपुरी गोस्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उससे विनोद पुरी ने इस कंपनी के नाम पर हर माह 2 हजार रूपए की किस्त जमा करा रहे थे। यह किस्त एक साल पूरे होने पर 25500 रूपए देने की बात कह रही थी। अब जब किस्त की मांग की गई तो उक्त कंपनी लगातार उन्हें समय पर समय दे रही है।
इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम उक्त कार्यालय पहुंची तो मेनेजर ने टीम को देखकर दौड़ लगा दी। जब इस संबंध में विनोद पुरी से बात की गई तो वह भी महज यह कहकर पल्ला झाडने लगे कि उक्त कंपनी ने उनके साथ भी धोखा किया है। वह इस कंपनी के ऐंजेंट है।
इससे पहले भी चिटफंड के चलते विबादों में रहे है विनोद पुरी

इनका कहना है-
आप जेकेवी की बात कर रहे है। में उसमें ऐंजेट हूं। अब कंपनी में भी मेने उक्त रूपए के बापिस करने की मांग की तो वह समय पर समय दे रहे है। जल्द ही सबके रूपए वापिस किए जाएगें।
विनोदपुरी गोस्वामी,जिलाध्यक्ष बजरंग दल
इस मामले को में दिखबाता हूं। इस कंपनी क्या और कैसे संचालित हो रही है उसके पूरे काजगात दिखबाता हूं। उसके बाद ही कुछ बता पाउंगा
संजय मिश्रा, टीआई कोतवाली