दबंग कॉलोनाईजर शासकीय रास्ते को बता रहा है निजी जमीन, नाली निर्माण नहीं होने दे रहे

शिवपुरी। देश भर में स्वच्छता अभियान चल रहा है। सरकारी ऐजेंसियां स्वच्छता को प्रमुखता पर ले रही हैं और इसी के चलते शिवपुरी के कई इलाकों में नाली निर्माण किया जा रहा है ताकि आम रास्तों पर बहने वाले पानी को रोका जा सकेे परंतु फिजीकल थाना क्षेत्र के गुलाब शाह की दरगाह के पीछे स्थित कालोनी में कॉलोनाईजर ने ही नाली निर्माण रुकवा दिया। वो सरकारी जमीन को प्राइवेट बता रहा है। कालोनीवासी आपत्ति उठाते हैं तो गुंडागर्दी की धमकियां दी जातीं हैं। मामला ठेकेदार और पार्षद के संज्ञान में है परंतु वो दहशत के कारण वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं बता रहे हैं। 

बीते समय फरियादी रोहणी अवस्थी ने केके वशिष्ठ नाम के कॉलोनाईजर से एक प्लॉट खरीदा था। रोहणी अवस्थी ने आरोप लगाया है कि उक्त कॉलोनाईजर आए दिन उन सहित सभी कॉलोनी बासियों को धमकता रहता है। अभी हाल ही में उनके वार्ड क्रमांक 31 में नाली निर्माण के कार्य की स्वीकृति नगर पालिका ने संदीप पुत्र आजान जैन को दे दी। 

संदीप इस काम का वर्कऑर्डर लेकर आया और उक्त नाली के निर्माण में जुट गया। जैसे ही वह नाली का निर्माण करने हुए रोहणी अवस्थी के सामने पहुंचा तभी कॉलोनाईजर केके वशिष्ठ अपने साथ जय वशिष्ट और अजय वशिष्ठ के साथ आकर उक्त नाली के निर्माण को घर के आग यह कहकर रूकवा दिया कि यह जमीन उसकी निजी जमीन है और ठेकेदार से कहा कि वह रोहनी अवस्थी के घर के सामने ही नाली खोद डाले। 

मीडिया को रोहणी अवस्थी ने उक्त जमीन का नक्शा उपलब्ध कराते हुए बताया है कि इस नक्शे में यह जमींन आम रास्ता है। जब शासकीय जमीन उपलब्ध है तो फिर उनके घर के सामने से नाली खोदना पूरी तरह से गैर कानूनी है। जब शिक्षक रोहणी अवस्थी ने उक्त मामले को लेकर के के वशिष्ठ से बात की तो वह विवाद पर उतारू हो गए। 

इस मामले की शिकायत करने फिजीकल थाने पहुंचे परंतु वहां भी सुनवाई नहीं होने पर रोहणी अवस्थी ने उक्त मामले की शिकायत कलेक्टर से की परंतु उन्होंने नाली निर्माण नहीं होने दिया। इस मामले को लेकर जब पार्षद पंकज महाराज से बात की तो उन्होंने भी शिवपुरी से बाहर होने की बात कहकर लौटकर आकर देखने की बात कही है।

इनका कहना है-
मुझे जो ले आउट दिया गया था मेने उस हिसाब से खुदाई करा दी। खुदाई के बाद मेंने तो आज सेंटिग भी लगाई थी। जो केके वशिष्ठ ने निकलवा दी। मेने इस बात की शिकायत पार्षद से भी की है। 
संदीप जैैन, ठेकेदार,
नगरपालिका शिवपुरी। 

ये रहा नक्शा, जिसमें दिखाई दे रहा है कि जमीन सरकारी है