
आवेदक जीवनलाल सेन ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश जैन को आवेदन पत्र देकर बताया कि उसका भाई माखन नाई ग्राम मेंघोना डांग थाना रन्नौद में रहकर कृषि कार्य करता है। उसके भाई को छलपूर्वक गांव के लोगों ने किसी महिला को उसके यहां रखवा दिया तथा कहा कि वह उसकी देखभाल करेगी।
20 जुलाई को 12 बजे सेवाराम, राजकुमार, अजीत, रामब्रज, पवन आदि उसके भाई को जबरन इलाज कराने के लिए महिला के साथ जीप में बिठाकर ले गए। उसके भाई के पास 50 हजार रूपए भी थे। 24 जुलाई को उसके भाई के शव को झांसी के एक अस्पताल की एम्बुलेंस लेकर आई।
बाद में पता चला कि आरोपियों ने उसके भाई की जमीन की रजिस्ट्री रामवती नाम की महिला से करवा ली है जो कि घनश्चाम की पत्नि है। बाद में उसे झांसी ले जाकर उसके साथ घटना कारित की। इसकी रिपोर्ट उसने थाना रन्नौद में भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई थी।
उसके भाई के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। जीवनलाल का कहना है कि उसने 18 जुलाई 2017 और 13 मार्च 2017 को एसपी के यहां भी आवेदन प्रस्तुत किया था, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से आरोपियों के हौंसले बुलंद हैं और उन्होंने धमकी दी है कि अगर तूने शिकायत की तो तुझे भी जान से मार देंगे।