शहर में जानलेवा मच्छरों की फौज, नपा ने नई कराई फॉगिंग

शिवुपरी: बदलते मौसम और नगर क्षेत्र में व्याप्त गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बड गया है। कल शहर में बारिश भी हुई है,तापमान में कमी आने के कारण मच्छारो का बडने का खतरा और पैदा हो गया है।  हालात यह है कि शाम होते ही लोगों को घरों के खिडकी दरवाजों को बंद करना पड रहा है। ताकि मच्छरों से बचाव हो सके। नगरवासी मच्छरों से बचने के लिए कई तरह के साधनों का उपयोग कर रहे हैं। रात में सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग नहीं किया जाए तो सोना मुश्किल हो जाता है। मच्छरों के काटने से कई तरह के रोग फैलने का भी भय सताने लगा है। लेकिन लोगों को इस प्रकोप से बचाने नगर पालिका ने अभी तक फॉगिंग नहीं कराई है।

लोगों में फैल रही गंभीर बीमारियां
एक तरफ गंदगी तो दूसरी तरफ बदलते मौसम के कारण मोहल्लों में मच्छरों की बाड सी आ गई है। मगर नगरीय प्रशासन लापरवाह बना हुआ है। कहने को तो नपा के पास मच्छर भगाने के लिए फॉगिंग मशीन हैए मगर उसका उपयोग कभी नहीं किया जाता है। 

फिलहाल वह शोभा की वस्तु बनी हुई है। नगर के कुल 18 वार्डों में मच्छरों का प्रकोप इस कदर बड गया है कि लोगों को काफी फजीहतों का सामना करना पड रहा है। इतना ही नहीं मच्छरों के काटने से लोगों में गंभीर बीमारियां भी पैदा हो रही हैं। रात में बिजली गुल होने पर मच्छर घरों के कमरों में भिन-भिनाते नजर आते हैं। जिससे लोगों का घरों में रहना दूभर हो गया है।

क्वायल और अगरबत्ती भी हो रहे बेअसर
मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए नगर पालिका से निराश लोगों को निजी व्यवस्था पर निर्भर रहना पड रहा है। लोग इसके लिए कई कंपनियों द्वारा उत्पादित अगरबत्ती, मच्छर क्वायल व फास्ट कार्ड तथा अन्य प्रकार के मच्छरों से बचाने वाले उत्पादों का सहारा ले रहे हैं। 

लेकिन यह उपाय भी मच्छरों से बचाव के लिए सक्षम साबित नहीं हो रहे हैं। मोहल्लों में भरे गंदे पानी में पनप रहे मच्छरों का आतंक घरों में रहने वाले लोगों में गंभीर बीमारियों का कारण बनता जा रहा है। जिससे बचाव तो दूर नपाधिकारी फॉगिंग के लिए भी तैयार नहीं हैं।