
विदित हो कि शिवपुरी सहित जिले भर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई थी। उपद्रवियों ने कमलागंज क्षेत्र में उत्पात मचाया लेकिन पुलिस की लाठियों ने सबको अनुशासन में ला दिया। उत्पाती लोग पंक्तिबद्ध होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने अपना ज्ञापन सौंपकर आंदोलन समाप्त किया। इसके बावजूद अचानक शिवपुरी का इंटरनेट बंद कर दिया गया। जिसके बाद से लोगों तक घटनाओं की जानकारी नहीं पहुंच सकी। बाजार पूर्ण रूप से खुुल गए और जीवन सामान्य रहा।
याद दिला दें कि यह शिवपुरी का इतिहास है। यहां कभी वर्ग संघर्ष नहीं होते। उपद्रवियों को आम नागरिक ही संभाल लेते हैं, यदि वो अनियंत्रित हों तो शिवपुरी पुलिस की लाठियां समय रहते सबकुछ नियंत्रित कर लेतीं हैं। उत्सव हत्याकांड के अलावा ऐसा कोई प्रसंग नहीं है जब भीड़ कानून और व्यवस्था की स्थिति को नुक्सान पहुंचा पाई हो। यही है शिवपुरी की स्प्रिट।