
जानकारी के अनुसार भिंड के गढ़पारा गांव निवासी संग्राम सिंह भदौरिया अपने खेत की सरसों कटवाने के लिए शिवपुरी के खनियांधाना क्षेत्र के धर्मपुरा गांव से 21 मजदूरों को लेकर आया था। संग्राम सिंह ने मजदूरों से फसल कटवाई लेकिन मजदूरी नहीं दी। बस्ती से दूर खेतों में पड़े मजदूर भूख से तड़प रहे थे कि तभी कल्याण व तारा की बेटी विशाखा उम्र 2 वर्ष की हालत बिगड़ गई। पिता कल्याण के पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। मदद मांगने के लिए वो कलेक्टर भिंड के आॅफिस पहुंचा। अवकाश होने के कारण आॅफिस बंद था, एसडीएम ने मदद की लेकन बच्ची की मौत हो चुकी थी।
शिवपुरी समाचार ने उठाया मुद्दा
बच्ची की मौत के बाद शिवपुरीसमाचार.कॉम ने इस मुद्दे को उठाया। इसके बाद सनसनी फैल गई। आनन फानन भिंड प्रशासन सक्रिय हुआ और आरोपी संग्राम सिंह के खिलाफ अजा उत्पीड़न, श्रम अधिनियम व आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर मजदूरों को शरण दी गई।