सीआरपीएफ हर परिस्थति में राष्ट्र सेवा के लिए रहती है तत्पर: यशोधरा राजे

शिवपुरी। देश में आए संकट की हर घड़ी में सीआरपीएफ के जवान मजबूत दीवार की तरह खड़े रहते हैं और देश को संकट से बाहर निकालते हैं। चाहे भारत के किसी भी कोने में प्राकृतिक आपदा आए, कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़े, नक्सलवादी क्षेत्रों में समस्याएं पैदा हो और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से निपटना हो या चुनाव हो। हर परिस्थिति में सीआरपीएफ के जवान राष्ट्र सेवा में तत्पर रहते हैं। उक्त उदगार सीआरपीएफ के नव आरक्षकों की दीक्षांत परेड एवं शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप मेंं खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने व्यक्त किए। 

यशोधरा राजे सिंधिया ने सीआरपीएफ जवानों की परेड की भूरि-भूरि  प्रशंसा की और कहा कि अपनी क्षमताओं के कारण ही सीआरपीएफ की प्रत्येक राज्य में मांग है। इस अवसर पर सीआईएटी के प्राचार्य महानिरीक्षक पीके पाण्डे, आरटीसी श्रीनगर के  प्राचार्य अनिल कुमार सिंह के अलावा शिवपुरी के पुलिस पदाधिकारियों सहित गणमान्य नागरिक एवं अधिकारिगण आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे। 

इस मौके पर प्राचार्य डीआईजीपी अनिल कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उनका शॉल और श्रीफल से सम्मान किया। आरटीसी के प्राचार्य श्री सिंह ने बताया कि यह बल देश ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे बड़ा अद्र्धसैनिक बल है जिसमें 243 बटालियन हैं। जिनमें 15 बटालियन आरएफ,10 बटालियन कोबरा, 5 महिला बटालियन तथा 5 सिग्नल बटालियन के अलावा स्पेशल ड्यूटी ग्रुप एवं पार्लियामेंट ग्रुप भी है। जो कि देश ही नहीं विदेश में शांति स्थापना का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि इस ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना श्रीनगर में की गई थी। 

इस ट्रेनिंग सेंटर से अभी तक कुल 24 हजार 318 नव आरक्षकों को बुनियादी ट्रेनिंग देकर देश के कोने-कोने में तैनात किया जा चुका है। जिसमें अलग-अलग परिस्थितियों में काम करना सिखाया गया है। इन नव आरक्षकों को 34 सप्ताह की कठिन ट्रेनिंग देकर प्रभावित इलाकों में भेजा जाता है। समारोह में यशोधरा राजे ने आरटीसी श्रीनगर से आए 807 नव आरक्षकों को शपथ दिलाई।