पत्नी की चिता को मुखाग्नि देकर लौटे पति ने प्राण त्यागे

शिवपुरी। जिले के भौती थाना क्षेत्र के धाय महादेव के पास बसे ग्राम गणेश खेड़ा के मजरे में रहने एक परिवार के मुखिया की पत्नि का देहांत हो गया। बताया जा रहा है कि इस दंपत्ति की शादी करीब 68 वर्ष पूर्व हुई थी, पत्नि की मृत्यु के बाद पति को इतना गहरा सदमा लगा कि उसकी मौत भी उसी दिन हो गई।  जानकारी के अनुसार ग्राम गणेश खेडा मजरे में रहने वाले नारायण सिंह लोधी की शादी करीब 68 साल पूर्व रामको बाई के साथ हुआ था। अब उनके परिवार में सदस्यो की 20 बताई जा रही है। बीते 17 फरवरी की सुबह 4 बजे रामको बाई का देहांत हो गया। परिजन ने दोपहर के वक्त उनका अंतिम संस्कार कर दिया। पत्नी की मौत से पहले तक 87 साल के नारायण सिंह पूरी तरह स्वस्थ थे। पत्नी के देहांत से वे सदमे में आ गए। 

68 साल पुराना साथ छूटने का दर्द वे सहन नहीं कर सके और पत्नी की मौत के महज 17 घंटे बाद 17 फरवरी की ही रात 9 बजे उन्होंने भी दुनिया छोड़ दी। परिजन ने 18 फरवरी की सुबह उनका भी अंतिम संस्कार कर दिया। अब पति-पत्नी की मौत के बाद अंतिम संस्कार के बाद की सभी क्रियाएं साथ हो रही हैं। 

बेटे ने कहा कि मांं ने कहा था कि पिताजी भी साथ जाऐगें

उनके बेटे चंदन सिंह लोधी बताते हैं कि मां रामको बाई, को 16 फरवरी की रात ही अंतिम समय का अहसास हो गया था। उन्होंने पूरे परिवार को बुलाकर कहा था कि सुबह तक मैं चली जाऊंगी और पीछे से तुम्हारे पापा भी आ जाएंगे। 

17 फरवरी की सुबह 4 बजे उनका देहांत हो गया। इसके बाद रात 8 बजे पिताजी नारायण लोधी, ने अपने पूरे परिवार को इकट्ठा किया और कहा कि अब वे भी जा रहे हैं। उन्होंने एक गिलास दूध और पानी मांगा। इसके बाद उन्होंने दूध पिया और रात 9 बजे प्राण त्याग दिए।