
उसने बताया कि वह एक मुर्गी के ठेले पर काम करता है। यहां भी बार-बार पुलिस उसे आकर परेशान कर रही थी और उसे थाने लेकर आ उसे मारती-पीटती और कहती थी कि चोरों का पता तू ही बताएगा। उसने बताया कि पांच साल पहले एक चोरी के केस में वह फसा था जिसके बाद से उसने कोई चोरी नहीं की। शुक्रवार को पुलिस के अम्रतलाल, महेश तिवारी व नरेश उसके ठेले पर आए और उसे उठाकर थाने ले आए। जहां पुलिस वाले चोरी के संबंध में उसकी मारपीट करने लगे और कहा कि तुम पैसे दोगे तभी तुम्हें छोड़ेंगे। बार-बार प्रताड़ना से तंग आकर उसने पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
ये बोले पुलिस अधिकारी
देहात थाना प्रभारी सतीश चौहान ने बताया कि उक्त युवक आदतन चोर है। इस पर 7-8 मामले चोरी के चल रहे हैं। पुलिस पर लगाया गया प्रताड़ना का आरोप गलत है।
सतीश चौहान, देहात थाना प्रभारी