
प्रदेश कांग्रेस ने सौंपे गये पत्र में कहा कि मतगणना स्थल के अंदर एवं स्ट्रांग रूम से मतगणना स्थल के मध्य के रास्ते (कॉरिडोर) पूर्ण रूप से सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जावे तथा मानिटरिंग व्यवस्था निर्वाचन अधिकारी, सहायक निर्वाचन अधिकारी की टेबिल पर स्थापित की जावे, जिससे कि उक्त व्यवस्था के संबंध में सभी संबंधित व्यक्ति, उम्मीदवार तथा उनके प्रतिनिधियों द्वारा उसकी निगरानी कर सकें। मतगणना स्थल पर प्रत्येक चरण की मतगणना उपरांत उसके गणना चार्ट को निर्वाचन अधिकारी द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार के प्रतिनिधि के हस्तांक्षर कराये जावे एवं प्रत्येक चरण की गणना का प्रमाण पत्र तत्काल उपलब्ध कराया जावे, उसके पश्चात ही अगले चरण की गणना शुरू की जावे।
प्रदेश कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से कहा कि मतगणना के संबंध में प्रत्येक चरण की गणना उपरांत परिणाम की जानकारी कांग्रेस उम्मीदवार से हस्ताक्षर कराकर उपलब्ध कराने के पश्चात ही अगले चरण से संबंधित ईव्हीएम मशीनों को गणना स्थल पर लाया जाये। मतगणना स्थल पर प्रत्येक चरण की स्थिति उम्मीदवारों को लिखित में सूचित करने के पूर्व किसी प्रकार की आगामी कार्यवाही प्रारंभ न की जाये। मतगणना स्थल पर गणना से संबंधित संख्या की जानकारी के लिए केलक्यूलेटर लाने की अनुमति दी जावे या फिर प्रशासनिक स्तर पर ही मतगणना स्थल पर ही केलक्यूलेटर उपलब्ध कराये जावे और साथ ही उपचुनाव की प्रक्रिया के दौरान माननीय निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, इसलिए मतगणना हेतु एक अतिरिक्त मतगणना प्रेक्षक (काउंटर आव्जरवर) की नियुक्ति की जावे।