
ग्राम किशनपुर गाँव के बाहर झोपड़ी बनाकर रहने वाला हरिओम पुत्र बाबू वाल्मीकि शनिवार की सुबह लगभग 11 बजे अपने परिवार के साथ झोपड़ी में था, उसकी पत्नी चूल्हे पर खाना पका रही थी तभी अचानक उसकी झोपड़ी में आग भड़क गई और देखते ही देखते आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया।
अचानक हुई आगजनी की घटना से परिवार के सभी सदस्य घबरा गए और तुरंत झोपड़ी से बाहर निकल आए, जिससे जनहानि होने से बच गई। हालांकि आग लगने से उसकी झोपड़ी सहित गृहस्थी का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। पीडित ने बताया कि इस आगजनी की घटना में उसका करीब 20 हजार रुपयों का सामान जलकर राख हो गया पुलिस ने आगजनी का मामला दर्ज कर लिया है