
सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि जिले में काँग्रेस के जनप्रतिनिधियों की हालत "जितनी चाबी भरी राम ने उतना चले खिलौना" जैसी हो गई है,विकास के लिये जनप्रतिनिधियों को सरकार से बात करनी ही पड़ती है लेकिन पिछले 4 साल में स्थानीय सांसद जी एवं कोलारस के विधायक जी एक बार भी क्षेत्र के विकास के लिये मुख्यमंत्री जी एवं मंत्रियों से नहीं मिले।
शर्मा ने कहा कि वह काँग्रेस प्रत्याशी से किसी भी सार्वजनिक मंच पर विकास के मुद्दे पर वहस करने को तैयार हैं एक राजनैतिक पार्टी के प्रतिनिधि होने के नाते काँग्रेस प्रत्याशी को जनता को बताना ही चाहिये कि क्षेत्र के विकास के लिये उनकी प्राथमिकतायें क्या हैं और उनका क्रियान्वयन वह कैसे करेंगे।