बैंक के चक्कर से परेशान: मैनेजर के केबिन में ही सवपरिवार आत्मदाह का प्रयास

शिवपुरी। शहर के न्यूब्लॉक क्षेत्र में स्थित विजया बैंक से ऋण प्राप्त करने के लिए हितग्राही द्वारा विगत 9 माह पूर्व आवेदन दिया था। बैंक कर्मचारियों द्वारा हितग्राही को विभिन्न दस्तावेजी कार्यवाही पूर्ण करने के नाम पर विगत कई माह से परेशान किया जा रहा था जिससे व्यथित होकर हितग्राही द्वारा आज बैंक मैनेजर के चै बर में ही मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।  जानकारी के अनुसार प्रेमनारायण जाटव निवासी कमलागंज शिवपुरी ने न्यूब्लॉक में स्थित विजया बैंक से पांच लाख रूपए का लॉन प्रकरण तैयार करार स्वीकृति के भिजवाया गया था। जिसके लिए हितग्राही द्वारा मार्जन के रूप में 1 लाख 33 हजार रूपए जमा भी करा दिए गए। इसके बाद भी बैंक द्वारा हितग्राही का ऋण स्वीकृत नहीं किया गया।

हितग्राही प्रेमनारायण जाटव का कहना है कि विगत माहों में बैंक में कार्यरत कर्मचारी अंशुल शर्मा को बैंक से ऋण स्वीकृत कराने के लिए 60 हजार रूपए सुविधा शुल्क के रूप में भी दिए गए थे। जो हितग्राही द्वारा किसी व्यक्ति से ऊधार लिए थे। अंशुल शर्मा का स्थानांतरण अन्यंत्र हो गया है। इसके बाद भी हितग्राही को बैंक से ऋण उपलब्ध नहीं हो सका। 

जिससे परेशान होकर प्रेमनारायण जाटव अपनी बच्चियों सहित बैंक में पहुंचा तथा ऋण न दिए जाने का कारण जानना चाहा। बातचीत के दौरान बैंक कर्मचारियों और हितग्राही के बीच मामला तूल पकड़ गया। परेशान होकर हितग्राही ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने का प्रयास किया। 

उपस्थित बैंक कर्मचारियों एवं अन्य लोगों द्वारा मिट्टी के तेल की बोतल उससे छीन ली गई। विजया बैंक प्रबंधक का कहना है कि बैंक के बाहर इनके द्वारा किसी कर्मचारी से कोई लेनदेन किया जाता है तो इसके लिए बैंक जि मेदार नहीं है। मेरे द्वारा महज मार्जन मनी जमा कराने की बात कहीं गई थी।