भाजपा के राज में दलितों पर अन्याय और अत्याचार के बादल मंडरा रहे है: सांसद सिंधिया

कोलारस। क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान सिंधिया शुक्रवार को कोलारस गए और वहां जाटव सम्मेलन में सम्मलित हुए। यहां सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि भाजपा के राज में आज कोलारस में ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में दलितोंं पर अन्याय व अत्याचार के बादल मंडरा रहे हैंं। आरक्षण को समाप्त करने की बातें कहीं जा रही हैं परन्तु बाबा भीमराव अंबेडकर ने अन्याय व अत्याचारों के विरूद्व लड़ाई-लडऩे की जो सीख सिखाई थी उस सीख का जवाब कोलारस के उप चुनाव में वोट के माध्यम से देकर इस सरकार को उखाड़ फेंकना है।

सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस की सोच व विचारधारा हमेशा दलितों को आगे बढ़ाने की रही है, कांग्रेस ने जगजीवन राम को केंद्र में रक्षा मंत्री बनाया और उनकी पुत्री मीरा कुमार को लोकसभा अध्यक्ष के पद पर बैठाया। दलित नेता सुशील कुमार शिंदे को केंद्रीय गृह मंत्री बनाया और वर्तमान संसद में मल्लिका अर्जुन खडढे को विपक्ष के नेता के पद पर आसीन कराया। 

सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व मंत्री प्रभूराम चौधरी ने की। इस अवसर पर पिछोर विधायक केपी सिंह, शकुंतला खटीक, रामनिवास रावत, लाखनसिंह यादव, महेन्द्र यादव, रविन्द्र शिवहरे ने भी प्रदेश की भाजपा सरकार को दलित से लेकर किसान, मजदूर, नौजवान विरोध करार देते हुए उप चुनाव में सबक सिखाने का आव्हान किया।

सांसद सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दलितों को प्रताडऩाएं दी जा रही हैं और बदले की भावना से काम कर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मुंगावली में कॉलेज प्राचार्य का उदाहरण देते हुए कहा कि जब सांसद होने के नाते मैं वहां पहुंचा और जरूरी कार्यो के लिए सांसद निधि दी गई तो प्रदेश सरकार ने कॉलेज के प्राचार्य अहिरवार का मुंगावली से 700 किमी दूर स्थानांतरण कर दिया। 

उन्होंंने कहा कि मैंने बदले की भावना से प्रदेश सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का संसद में विशेष अधिकार हनन लगाया तब दूसरे दिन प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा पहुंचे और वहां बाबा साहब की मूर्ति स्थापित कर दी गई। सिंधिया ने कहा कि सीएम ने करैरा की दलित विधायक शकुंतला खटीक पर एक षडय़ंत्र के तहत झूंठे मुकदमे लदवा कर उन्हेंं जेल भेजने की कोशिश की लेकिन मैं विधायक पर आंच भी नहीं आने दूंगा। सिंधिया ने दलितों का अपमान करने वालों से उप चुनाव में बदला लेने की बात कही। 

वहीं सिंधिया ने कहा कि प्रदेश कोलारस में सीएम, मंत्रियों से लेकर ऐसे-ऐसे चेहरे पर्यटक की तरह आ रहे हैं जिनके चेहरे आपने व मैंने कभी यहां नहीं देखे। सिंधिया ने कहा कि सीएम किसान सम्मेलन करते हैं तो किसानों को पीटा जाता है और आदिवासी सम्मेलन करते हैं तो आदिवासियों को खाना नहीं दिया जाता। सीएम शिवराज को खुली चुनौती देते हुए कहा कि आदिवासी समाज बिकाऊ नहीं हैं, एक हजार रूपए देने से क्या होता है और कितनों को दे दिया, उन्होंने कहा कि पैसों से नहीं आदिवासियों का दिल जीतकर दिखाओ।

झूठ की राजनीति करते हैं सीएम
सांसद सिंधिया ने सीएम पर झूठ की राजनीति करने का आरोप मढ़ते हुए कहा कि सीएम ने विधायक रामसिंह यादव को श्रद्धांजली देने के बाद झूंठ बोलते हुए कहा कि इस क्षेत्र के विधायक किसी काम के लिए मेरे पास नहीं आए इससे बड़ा छल क्या होगा कि जो इंशान दुनिया में नहीं रहा उस पर इस तरह का आरोप सीएम लगाते हैं। उन्होंने दिवंगत विधायक का अपमान बताते हुए उपस्थित जन समुदाय से रामसिंह यादव के अपमान का बदला उप चुनाव में लेने की बात कही।