आदिगुरू शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची धातु की प्रतिमा के लिए आई एकात्म यात्रा

खनियांधाना। आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची विशाल धातु प्रतिमा स्थापित करने के लिए औंकारेश्वर में भूमि पूजन के बाद निकली एकात्म यात्रा उज्जैन, इंदौर, देवास, राजगढ़, गुना, अशोकनगर जिले से होते हुए शिवपुरी जिले की सीमा में पहुंची। यहां यात्रा के आते ही जिला प्रशासन पहले से ही यात्रा के स्वागत की तैयारियां कर ली गई थी। सुबह से ही कस्बे से दो किमी दूर ओर नदी पर ही तोरणद्वार, रंगोली, फूलमाला, मंच बनाकर यात्रा के शुभारंभ की तैयारियों की गई थी। 

नजदीक स्कूलों के छात्र-छात्राओं को 9 बजे बुलाया गया था। जबकि एकात्म यात्रा दोपहर 12 बजे के लगभग पहुंची। कुछ ही मिनट के लिए चरण पादुका को मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष बाथम ने सिर पर रखकर उतारा और पुष्प अर्पित कर विराजमान किया गया। लेकिन श्रद्धालुओं और विघालयों के छात्र-छात्राएं उनकी चरण पादुकाओं के दर्शन नहीं कर सके। शोभा यात्रा में सभी वर्गों, संप्रदायोंं के लोग शामिल थे।  

खनियांधाना में भी पहुंची एकात्म यात्रा
खनियांधाना। जगत गुरू आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित करने के लिये धातु संग्रहण एवं समाज में जन जागृति लाने के लिए निकाली जा रही एकात्म यात्रा गुरूवार को बामौरकला से खनियांधाना पहुंची। इस बीच जगह- जगह रास्तों में पडऩे वाले गांवों में ग्रामीणों द्वारा इस यात्रा का स्वागत किया गया। 

नगर में पहुंचते ही जनप्रतिनिधियों, स्कूली छात्र-छात्राओं, ग्रामीणों एवं अधिकारियों द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया। परमानंद महाराज यात्रा के सह प्रभारी रहे। नगर में स्वागत के बाद यह यात्रा सभागार प्रांगण पहुंची जहां जन-संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

इस जन संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ आदि गुरू शंकराचार्य की चरण पादुकाओं की पूजा एवं दीप प्रज्जवलित करके किया गया उसके बाद महा मंडलेश्वर राधे राधे महाराज, विश्वेश्वारानंद नंदगिरी महाराज, रणछोरधाम के बीरेन्द्रानंद ी महाराज के अलावा अन्य संतो का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। एकात्म यात्रा का मूल्य सूत्र आदि शंकराचार्य के 1237 वर्ष पूर्व उनके किए गए कार्य एवं सिद्धांतों समरसता के लिए यह एक यात्रा निकाली जा रही है।

राधे-राधे महाराज ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य ने देश को एकात्मता एवं सद्भावना का संदेश दिया है। उन्होंने अल्प आयु में ही अध्यात्म का ज्ञान प्राप्त कर लिया था। उन्होंने समाज को एकता के सूत्र में पिरोया। राजनीति और धर्मनीति साथ-साथ चलती है तो समाज में अच्छा संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश गौरवशाली राज्य है।

जिसमें आदि गुरू शंकराचार्य जी प्रतिमा ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊची प्रतिमा स्थापित होने जा रही है। उन्होंने कहा कि खनियांधाना क्षेत्र से तांबे के कलश एवं यहां की 101 ग्राम पंचायतों की पवित्र मिट्टी एकत्रित कर ओंकारेश्वर जाएगी। जिससे वहां पर भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया जायेगा। 

एकात्म यात्रा खनियांधाना नगर में जैसे ही प्रवेश हुई सर्वप्रथम गूलर रोड तिराहे, अस्पताल चौराहे, महाराणाप्रताप तिराहा, नंदीश्वर विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत किया। इसके बाद मार्केटिंग सोसायटी पर मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष बृजेंद्र चौबे ने, भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर भानु जैन ने, भारतीय जनता युवा मोर्चा, भारतीय जनता महिला मोर्चा ने आदि तमाम संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

इस अवसर पर बाल श्रम आयोग के अध्यक्ष राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राघवेंद्र शर्मा, मछली पालन मध्य प्रदेश के अध्यक्ष राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राघवेंद्र गौतम, पिछोर जनपद पंचायत के अध्यक्ष लोकपाल लोधी, भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री, जगरामसिंह यादव, खनियांधाना नगर मंडल अध्यक्ष भानू जैन, बामोरकला मंडल अध्यक्ष बनवारीलाल आदि प्रमुख रुप से मौजूद थे।