अध्यापको की धमकी: मांगे पूरी नही हुई तो उपचुनाव में सिखायेंगें सबक, सौपा ज्ञापन

शिवपुरी। शिक्षा विभाग में संविलियन की बहुप्रतिक्षित मांग को लेकर करीब दो दशक से सरकार से लड़ाई लड़ रहे अध्यापक उपचुनाव से पहले सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति में जुट गये हैं। इसी क्रम में रविवार को जिले भर के अध्यापकों ने कोलारस में शक्ति प्रदर्शन कर सरकार को अपनी संख्या बल का एहसास कराया। जगतपुर तिराहे के निकट भाजपा चुनाव कार्यालय के ठीक सामने अध्यापकों ने सुबह ग्यारह बजे से सरकार की वादा खिलाफी और लम्बे समय से अध्यापकों के शोषण को लेकर आवाज मुखर की। 

दोपहर बाद अध्यापकों के विभिन्न संगठनों के प्रांतीय पदाधिकारी भी मंच पर पहॅुचे और चेतावनी दी की 17 दिसम्बर को भोपाल में मुख्यमंत्री द्वारा बुलाये गये सम्मेलन में यदि शिक्षा विभाग में संविलियन नही किया गया तो अटेर और चित्रकूट की तरह कोलारस में भी अध्यापक सत्ताशीन भाजपा को सबक सिखायेंगे। 

शाम करीब 4 बजे तीन हजार से अधिक अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुये कोलारस कस्बे के प्रमुख मार्गों से रैली निकाली इस दौरान शासकीय अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष आरीफ अंजुम, शासकीय संविदा शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष मनोहर प्रसाद दुबे, आजाद बाहिनी की प्रांत प्रमुख सारिका अग्रवाल, अध्यापक  कांग्रेस के प्रांताध्यक्ष राकेश नायक, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष शिवराज वर्मा, राकेश पाण्डेय, अरविन्द दीक्षित, संध्या अवस्थी आदि ने रैली का नेत्रत्व किया। शाम 5 बजे रैली एसडीएम कार्यालय पहुॅची जहां अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कोलारस तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

17 को तय होगी आगे की रणनीति
अध्यापक संघों के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सरकार लम्बे समय से अध्यापकों की मांगों को लेकर छलावा करती आ रही है विसंगतिपूर्ण छठवा वेतनमान इसका सवसे बड़ा उदाहरण है 17 दिसम्बर को भोपाल में बुुलाये गये सम्मेलन में यदि शिक्षा विभाग में संविलियन, सातवा वेतनमान, बंधनमुक्त स्थानांतरण नीति, महिला अध्यापकों को सीसीएल, बंधनरहित अनुकम्पा नियुक्ति बीमा व पेंशन नही दिया गया तो भोपाल से ही आंदोलन का शंखनाद कर दिया जायेगा।