शिक्षा का स्तर सुधारने अब हर गतिविधि के लिए मिलेंगें अंक

शिवपुरी। सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए शासन ने ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया है। ग्रेडिंग प्रणाली से अब प्रत्येक जिले में शिक्षा के स्तर का पता चलाया जा सकेगा। उसी के आधार पर सुधार की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। 

सर्वशिक्षा अभियान के तहत प्रत्येक जिलों में ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर राज्य शिक्षा केंद्र ने बीते रोज आदेश जारी किए हैं। जिसमें नवंबर और दिसंबर महीने की ग्रेडिंग के लिए मापदंड निर्धारित किए हैं। कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ सहित जिला शिक्षा केंद्र के जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी किए हैं। 

निर्धारित मापदंडों के आधार पर ही ग्रेडिंग तय की जाएगी। जिससे पता चल सकेगा कि कौन सा जिला किस स्टेज पर खड़ा है। इस तरह शिक्षा के स्तर और उपलब्ध संसाधनों के संबंध में आसानी से पता लगाया जा सकेगा। हर जिले की ग्रेडिंग के लिए महत्वपूर्ण बिंदु, स्त्रोत व गणना का तरीका निकाला गया है। निर्धारित बिंदुओं पर प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई कर अपने-अपने जिले की स्थिति में सुधार लाने का प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। 

ए-कैटेगरी, कुल अंक 15: स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मिलने पर 5 अंक, प्रणाम पाठशाला योजना की पोर्टल पर जिलेवार प्रगति के आधार पर 5 अंक, और सीएम हेल्प लाइन के तहत 300 दिन से अधिक लंबित शिकायतें पर जिले की स्थिति के आधार पर 5 अंक मिलेंगे। 

बी-कैटेगरी, कुल अंक 50: मॉनीटरिंग निर्देश में दिए लक्ष्य के विरुद्ध जिले के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा किए गए शाला भ्रमण प्रतिशत के आधार पर शाला दर्पण में 5 अंक और पोस्टर ब्रोशर, अभिलेख, टीचर हैंडबुक की स्थिति के आधार पर सीखे के प्रतिफल के लिए 10 अंक, राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे के 10 अंक तथा सहायक शिक्षण सामग्री जैसे गुल्लक, विज्ञान मित्र क्लब अन्वेषकों, आसपास की खोज, एसडी कार्ड के वितरण व उपयोग के 10 अंक, शाला प्रबंध समिति सदस्यों की सहभागिता के 5 अंक, शाला सिद्धि के क्रियान्वयन के 10 अंक रखे गए हैं। 

सी-कैटेगरी, कुल अंक 15: कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल व गर्ल्स हॉस्टल निरीक्षण रिपोर्ट के 5 अंक, आवासीय व गैर आवासीय विशेष प्रशिक्षण तथा पलायन छात्रावास के चिन्हांकन और चेकलिस्ट की जानकारी के आधार पर 5 अंक और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के छात्रावास में लक्ष्य के अनुरूप भरी सीट की स्थिति और लक्ष्य के विरुद्ध बच्चों के चिन्हांकन के आधार पर 5 अंक। 

डी-कैटेगरी, कुल अंक 10: सर्वशिक्षा अभियान के तहत साल 2017-18 के लिए उपलब्ध राशि को खर्च करने की स्थिति के आधार पर 8 अंक और कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल के लिए उपलब्ध राशि को खर्च करने के लक्ष्य के आधार पर 2 अंक। 

ई-कैटेगरी, कुल अंक 10: एजुकेशन पोर्टल पर साल 2010-11 से 2016-17 तक निर्माण कार्यों के लक्ष्य के विरुद्ध सीसी जारी करने की स्थिति के आधार पर 5 अंक और साल 2017-18 में निर्माण कार्य लक्ष्य के विरुद्ध प्रगति के आधार पर 5 अंक रखे हैं।