शिवपुरी। शहर में आवारा कुत्तों को पकडऩे के दौरान नपा टीम पर कुत्तों द्वारा हमला करने और घायल कर्मचारियों को अस्पताल में इलाज के लिए तीन घंटे तक इंतजार करने से नाराज होकर नपाकर्मियों ने यह अभियान रोक दिया है और अपनी शिकायत लेकर वह नगरपालिका उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के पास पहुंचे जहां उन्होंने एक आवेदन सौंपते हुए उनकी सुरक्षा व्यवस्था और घायलों को तत्काल इलाज कराने के आदेश जारी करने की मांग की है।
उन्होंने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि नगरपालिका द्वारा समय-समय पर नगर में घूम रहे आवारा कुत्तों और पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाया जाता है, लेकिन अभियान के दौरान घायल होने वाले कर्मचारियों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था नहीं की जाती और न ही कोई अधिकारी उनकी स्थिति को देखकर मौके पर पहुंचता है। अभी कुछ समय पहले ही एक सांड के हमले से नपाकर्मी कल्ला कुशवाह, छोटेलाल बाथम, संतोष जोशी घायल हो गए थे।
तत्समय नगरपालिका का कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचा और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में चक्कर लगाने पड़े और 29 दिसम्बर को भी छोटेलाल बाथम, रवि जाटव, सूरज कुशवाह और राहुल योगी को कुत्तों को पकडऩे के दौरान कुत्तों ने काट खा लिया। जिससे वह घायल हो गए और घटना की जानकारी अन्य कर्मचारियों ने नगरपालिका के वरिष्ठ अधिकारियों को दी, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचे। बाद में उक्त कर्मचारियों को उनके सहयोगी अस्पताल ले गए।
जहां उन्हें उचित इलाज नहीं मिला और लगभग 4 घंटे तक वह इंजेक्शन लगने का इंतजार करते रहे। कर्मचारियों ने मांग की है कि नगरपालिका के अधिकारियों को आदेशित किया जाए कि किसी भी कर्मचारी के साथ घटना-दुर्घटना घटती है तो अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों के इलाज की तत्काल व्यवस्था कराएं। आवेदन में उन्होंने यह भी उल्लेख किया है जब तक उन्हें उचित इलाज और सुरक्षा नहीं मिलती है तब तक वह कुत्तों को पकडऩे का अभियान शुरू नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा है कि भविष्य में किसी भी कर्मचारी के साथ कोई दुर्घटना घटित होती है तो उसकी जवाबदारी नगरपालिका के अधिकारियों की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में करनसिंह बाथम, छोटेलाल बाथम, कल्ला कुशवाह, रवि, राजेश, राहुल, आशाराम, शेरू, रामदयाल, भगवानसिंह, सूरज, बल्लू, सोनू सहित अनेकों कर्मचारी मौजूद थे।
शांतिनगर में कुत्तों ने किया था नपा टीम पर हमला
नगरपालिका के दस्ते ने जब शांतिनगर में आवारा कुत्तों को पकडऩे के लिए जाल फेंका तो कुत्तों ने जाल में घुसने के स्थान पर कर्मचारियों पर ही हमला बोल दिया। इस हमले में कर्मचारी छोटेलाल पुत्र करणसिंह जाटव, सूरज कुशवाह और रवि जाटव बुरी तरह घायल हुए।