चिकित्सालय की मांग को लेकर सडक़ पर पब्लिक, 7 दिन में स्वास्थ्य केन्द्र शुरू करने की मांग

पोहरी। जिले के पोहरी नगर में स्वास्थ्य केंद्र न होने के कारण इलाज के लिए परेशान हो रहे पोहरी वासियों ने एस डी एम कार्यालय पहुंच कर पोहरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। लोगों का कहना था कि नवीन अस्पताल भवन पोहरी से लगभग पांच किमी दूर होने के कारण आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है एंव नगर में रात्रि के समय कोई यातायात का साधन मरीजों को नहीं मिलता है जिसके कारण कई बार मरीजों को सही समय पर उपचार नहीं मिल पाता है।

जानकारी के अनुसार पोहरी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को नये भवन में स्थानांतरित कर दिए जाने के बाद से पोहरी की जनता मे रोष व्याप्त् है चूंकि नवीन सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोहरी नगर एंव पोहरी से सटे ग्रामों जैसे उमरई, कोलापुर, नयागांव जाखनौद आदि के लोगों को उपचार हेतू परेशानी का सामना करना पड़ता है और गंभीर रूप से पीडित मरीजों को तत्काल उपचार न मिलने के कारण कई बार जान पर भी बन आती है।इसलिए समाज सेवी संगठन पोहरी वेलफेयर सोसाइटी के नेतृत्व में पोहरीवासियों ने एस.डी.एम को ज्ञापन सौंप कर पोहरी में प्राथमिक स्वास्थ्य  केंद्र खोले जाने की मांग की। 

इस अवसर पर दिनेश सिंघल, सुरेश राठखेड़ा, कनैया जाटव, अशोक सगर, लल्ला बाथम, महेश पाल, रामेश्वर कुशवाह, खालिद खान, राजमल मित्तल, पप्पू सिठेले, भैया काजी, रिंकू देशमुख, भानू त्रिवेदी, मिश्री जाटव, जगदीश राठौर, पप्पन खान, संतोष राठौर, गौतम सूर्येश, पप्पू मित्रा, शोएब काजी, भोलू ठाकुर, जितेंद्र भारद्वाज, कुलदीप नामदेव, आरिफ खान, जीतू पुराणिक, भानू वर्मा, रवि जैन, शैलू शर्मा, अमेय खंडालकर, अनस खान, पंकज रजक, बंटी धानुक, जुनेद काजी, अखिलेश धानुक, दीशान अली, महेंद्र सिंघल, विनोद खटीक, फरियाद खान, रामदयाल जाटव, अमन सिद़्दीकी आदि उपस्थित थे।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र  नवीन भवन में स्थातनांतरित होने के बाद बिगड़ी स्थिति
ज्ञात हो कि पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगर के बीचों बीच स्थिति हुआ करता था जिससे आस-पास के सभी लोगों को उचित उपचार मिल जाया करता था लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नवीन भवन में स्थानांतरित होने के बाद से स्थिति बिगड़ गई है अब लोग पांच कि0मी दूर जाने में असमर्थ होने के कारण झोला छापों से ईलाज करवाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

प्रशासन को दिया 7 दिन का अल्टीमेटम
उक्त मांग को लेकर पोहरी वासीयों ने प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि इस आवेदन पर 7 दिवस की अवधि के भीतर कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं की जाती है तो पोहरी की जनता को आन्दोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा और इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

पोहरी वेलफेयर सोसाइटी रही चर्चा का केंद्र
बीते दिनों पोहरी के समाजसेवी युवाओं द्वारा बनायी गई संस्था पोहरी वेलफेयर सोसाइटी चर्चा का केंद्र रही क्यूंकि इसमें भाजपा व कांग्रेस सभी दलों के युवाओं एंव समाज सेवियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और पोहरी के विकास के लिए राजनीति छोड़ एक होकर कार्य करने की बात करते दिखे।