
इसलिए मुख्य मजिस्ट्रेट नमिता बौरासी ने बाल कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि इन बच्चों के मां.बाप से संपर्क कर इन्हें लीगत एड मुहैया कराई जाए। निरीक्षण के दौरान बाल संप्रेषण गृह में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन एवं आवास सुविधा और शैक्षणिक सुविधाओं को लेकर गृह अधीक्षक से चर्चा की।
शिक्षा का स्तर उठाने की कोशिश
शिवपुरी के पांच बच्चें जो बाल संप्रेषण गृह भेजे गए है उन बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों से जोडने की पहल भी की जा रही है। बाल संप्रेषण गृह के अधीक्षक ने बताया कि शिवपुरी के आनंद अग्रवाल परिवर्तित नाम, को कक्षा 12 वीं में प्रवेश दिलाया गया है। आनंद की पढाई में रूचि होने के कारण उसेे टाईपिंग प्रशिक्षण के बाद सीपीसीटी की परीक्षा दिलाई जा रही है। इसके अलावा विशेष पुस्तकों की व्यवस्था बालकों के लिए की गई है।
केस सीट भी बोर्ड में की जाएगी पेश
बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण के दौरान बोर्ड की मुख्य मजिस्ट्रेट नमिता बौरासी ने बाल संप्रेषण गृह अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक बाल अपचारी को बोर्ड के सामने पेश करते वक्त उसकी केस सीट भी भेजी जाए। जिससें उसके बारे में बोर्ड को पूरी जानकारी मिल सके।