
उल्लेखनीय है कि शिवपुरी जिला चिकित्सालय में इन दिनों कोई मेडिकल विशेषज्ञ नहीं है जिनके अभाव में कई महीनों से अस्पताल का आईसीयू वार्ड काम नहीं कर रहा, अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञ के प्रश्न को कई बार स्वास्थ्य मंत्री भी यह कहकर टाल चुके हैं कि यहां चिकित्सक आना ही नहीं चाहते हम क्या जबर्दस्ती ले आयें। आज शिवपुरी आईं स्वास्थ्य मंत्री की प्रमुख सचिव गौरीसिंह का शिवपुरी आना और अस्पताल की व्यवस्थायें जाँचें बिना ही चले जाना अपने आप में चौंकाने वाली बात है। प्रमुख सचिव गौरीसिंह टूरिस्ट विलेज में दिनभर स्वास्थ्य योजनाओं की कागजी समीक्षा करती रहीं मगर उन्होंने धरातल पर आकर अस्पताल की नब्ज टटोलना मुनासिब नहीं समझा।
अस्पताल में सुरक्षा एवं कुत्ते के सवाल पर बोलीं टीम भेजेंगे
जिला चिकित्सालय में महंगी कम दर वाली सिक्योरिटी क पनी को टेण्डर स्वीकृति के बाद अधिक दरों वाली सिक्योरिटी कंपनी को ठेका दिए जाने के मामले में जब प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सचिव गौरी सिंह से सवाल पूछा तो उन्होंने इस मामले में जाँच की बात कही। इसी तरह शिवपुरी जिला अस्पताल के वार्डों में श्वान (कुत्तों) के खुलेआम विचरण करने के मामले को वे साफगोई से टाल गईं।