
थाना प्रभारी कैलाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मई माह से इन ग्रामों को शराब से मुक्त कराने का अभियान पुलिस के द्वारा चलाया जा रहा था। इसमें शराब की वजह से सबसे ज्यादा सेंसिटिव गांव ग्राम घिलोंदरा था।
जहां शराबबंदी को लेकर गांव के सरपंच और शराब ठेकेदार के बीच कई बार गोली चलने की नौबत आ गई। इसके बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए एसपी सुनील कुमार पांडे ने इस थाने की पुलिस को इस गांव को पूरी तरह से शराब मुक्त करने का टॉस्क सौंपा। अब ग्राम घिलोंदरा के साथ 4 गांव और पूरी तरह से शराब मुक्त हो गए हैं।
शराब बेचते मिले तो 21 हजार का जुर्माना
ग्राम घिलोंदरा में ग्राम वासियों ने जो पंचनामा पुलिस को दिया है उसमें लिखा है कि यदि कोई व्यक्ति गांव में शराब पीता मिला तो उस पर 2100 को जुर्माना किया जाएगा। इसके अलावा यदि कोई गांव में शराब बेचते हुए मिल गया तो उसे न सिर्फ समाज से निकाल दिया जाएगाए बल्कि उस पर 21 हजार रुपए का जुर्माना ठोका जाएगा।
आपसी रंजिश को भी त्यागा है
इन गांवो में छोटी-छोटी लडाईयेा को लेकर कई आवेदन आते थे,जानकारी मिलने पर ज्ञात हुआ कि यह सब आपसी तू-तू मै मै शराब सेवन के बाद होती थी,साथ ही घिलोदरा गांव में शराब की दुकान को लेकर गोलियां तक चल गई थी,थाना पुलिस को प्यार से शराब की बुराईयो को बताने का टॉस्क दिया गया। सफलता मिली है,साथ में लोगो में जागरूकता बड रही है
सुनील कुमार पांडे एसपी, शिवपुरी