
थाना कोतवाली में फरियादी महिला मुन्नी बाई पत्नि रामगोपाल परिहार उम्र 53 वर्ष निवासी मनियर ने बताया कि उसका पति रामगोपाल पैरों से विकलांग है और वह अपने परिवार का स्वयं के द्वारा जैसे-तैसे रोजगार कर भरण-पोषण करती है पास ही उसके परिजन भाई द्वारिका लोहार, भाभी सरोज लेहार व रमेश लोहार भी मनियर में ही निवास करते है।
इसी बीच मुन्नी बाई ने थोड़ा-थोड़ा करके कुछ राशि एकत्रित कर लेकिन सुरक्षा व्यवस्था ना होने की वजह से उसने घर में ही गढ्ढा खोदकर उसमें 60 हजार रूपये गाढ़ दिए। अचानक किसी दिन वह राशि मुन्नी की भाभी सरोज और उसके पति द्वारिका लोहार ने देख लिए और गायब कर दिए। जब आवश्यकता पडऩे पर मुन्नी को वह राशि खंगाली तो पता चला कि पैसे गायब और उसे पता चल किया कि उसके भाई-भाभी ने ही वह राशि निकाली जिस पर वह परिजनों से अपने रूपये मांग रही थी।
तभी भाभी सरोज व भाई द्वारिका और रमेश ने मुन्नी को दबाब में लिया और डराया धमकाया जब मुन्नी ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। घटना से डरकर मुन्नी ने पहले तो थाने में शिकायत नहीं की लेकिन जब उसने हिम्मत साध ली तो वह घटना के अगले ही दिन थाना कोतवाली पहुंची और भाई-भाभी के विरूद्ध धारा 380,294,323,34 ताहि के तहत मामला पंजीबद्ध करा दिया। पुलिस ने मामला जांच में ले लिया है।