बैंक के मैनेजर ने किसान के नाम पर हड़प लिए तीन लाख, मामला दर्ज

शिवपुरी। शहर में आए दिन हो रहे फर्जीबाडों से अभी तक बैंक कर्मचारी अछूते थे। परंतु आज जो मामला सामने आया है उसे सोचकर आप भी हैरान रह जाओगे कि एक बैंक के मेनेजर ने कर्मचारी के साथ मिलकर एक किसान के नाम पर फर्जी केसीसी निकाल कर तीन लाख रूपए हडप लिए। इस बात की भनक रिकवरी के दौरान हुई। जिसपर बैंक के प्रबंधक ने उक्त मेनेजर,बैंक के कर्मचारी सहित दो अन्य लोगों पर मामला दर्ज कराया है।

शहर के सिटी कोतवाली पुलिस ने इलाहाबाद बैंक के पूर्व मैनेजर रमेशचंद्र केन और  बैंक के कर्मचारी बीके माथुर सहित एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किसान के नाम पर फर्जी केसीसी तैयार कर तीन लाख रूपए की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार 22 दिसंबर 2012 को इलाहाबाद बैंक के तत्कालीन मैनेजर रमेशचंद्र केन ने बैंक के कर्मचारी बीके माथुर निवासी गौतम विहार कॉलोनी सहित एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मिलकर ग्राम बीलवरा के एक  किसान नक्टूराम धाकड़ के नाम से फर्जी केसीसी क्रमांक 50043565725 तैयार कर 3 लाख रूपए आहरित कर लिए। आरोपीगणों ने उक्त किसान का फर्जी फोटो केसीसी फॉर्म पर चिपकाकर उसके जाली हस्ताक्षर करने के साथ ही उसके अन्य दस्तावेजों को कूटरचना कर तैयार कर लिया।

रूपए आहरण के बाद से ही केसीसी मे कोई भी किस्त जमा नहीं हुई तो वर्तमान मैनेजर रीतेश पुत्र हरिचरण शिवहरे ने रिकवरी हेतु उक्त किसान के नाम नोटिस जारी किया। जिस पर किसान नक्टूराम बैंक मैनेजर से मिलने आया और उसने बताया कि उसके द्वारा कोई भी केसीसी बैंक में नहीं बनवाई गई है। जब श्री शिवहरे ने केसीसी के दस्तावेजों को जांचा तो उसमें लगा किसान का फोटो मिलान नहीं खा रहा था वहीं उसके हस्ताक्षर भी अलग थे।

जिस पर श्री शिवहरे ने 27 मार्च 2017 को कोतवाली में पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। जिसकी जांच पुलिस द्वारा की गई तो ज्ञात हुआ कि तत्कालीन मैनेजर और कर्मचारी ने किसी अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर उक्त धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया हैै और जांच के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।