वर्दी पहनते ही आप लोगो पर पहला हक देश का है: आईजी पापटा

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करैरा। भारत तिब्बत सीमा पुलिस रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर में नॉन जीडी चतुर्थ समुदाय के दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आईटीबीपी सेंट्रल फ्रंटियर के महानिरीक्षक पी एस पापटा ने 265 नौ सैनिको के शपथ ग्रहण प्रशिक्षण उपरांत संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगो के द्वारा 24 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण, गर्मी वाले स्थान पर लिया गया एवं आप के द्वारा परेड के दौरान प्रशिक्षण मंच से गुजरना, सेल्यूट करना मन को प्रफुल्लित कर देता है, आप लोगों के इस कर्तव्य की मैं प्रशंसा करता हूं। 

आप लोगो को वर्दी पहनते ही आपकी व्यक्तिगत पहचान, बल की पहचान में मिल जाती है, हम सब पर पहला हक देश का बनता है, दूसरा हक हमारे बल का बनता है, तब कहीं परिवार का हक होता है। हम अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को देश से ऊपर ना लें। देश सेवा को अच्छे ढंग से करें। नव आरक्षको द्वारा अच्छे प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए आईजी श्री पापटा ने कहा कि आरटीसी करेरा के डीआईजी रमाकांत शर्मा एवं उनकी टीम बधाई के पात्र हैं । उन्होंने कहा कि आप लोग उत्कृष्टता को अपना लक्ष्य बनाएं रखे।

भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल विश्व भर के सुरक्षा बलों में से एक अति विशिष्ट बल के रूप में जाना जाता है इस बल का प्राथमिक कर्तव्य भारत चीन सीमा पर चौकसी करना है। सीमा पर वातावरण संबंधी अति विषम परिस्थितियां होते हुए भी यह बल अपने कर्तव्य को भली-भांति पूर्ण करता है ,समस्त चुनोतियों के पश्चात भी हम निरंतर देश सेवा में तत्पर रहते हैं। इस बल को विभिन्न ड्यूटियां जैसे आंतरिक सुरक्षा, चुनाव ड्यूटी, वीआईपी सुरक्षा ,नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी, उच्चायोगों की सुरक्षा आदि जिन्हें इस बल ने शौर्य दृढ़ता एवं कर्म निष्ठा के साथ निभाया है। आज हमारे सामने आतंकवाद, माओवाद, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से घुसपैठ जैसी कठिन समस्याएं हैं इन सब समस्याओं से निपटने में हमारे जवान पूर्ण रूप से सक्षम है।

शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए
आरटीसी के डीआईजी रमाकांत शर्मा ने  कहा कि गिब्सन स्टेडियम में आयोजित  शपथ ग्रहण समारोह में 265 नान जीडी सिपाही आज पूर्ण सिपाही बनकर तैयार है। 24 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 265 जवान हमारे बल में जुड़ गए। प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग में बैटल क्राफ्ट, हथियार प्रशिक्षण, फील्ड क्राफ्ट ,मानचित्र अध्ययन, प्रतिविद्रोहीता, ड्रिल, आपदा प्रबंधन तथा कंप्यूटर आदि का प्रशिक्षण शामिल है।

श्री शर्मा ने कहा कि यह प्रशिक्षण स्थल की शुरुआत 1962 में हुई थी। इसके पश्चात सितम्बर 1977 में कुल्लू में स्थापित कर दिया गया था। पुन: जनवरी 2011 में रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर की यहाँ स्थापना हुई। शपथ ग्रहण समारोह में डीआईजी (सिग्नल ट्रेनिंग स्कूल) आर के पटेरिया शिवपुरी, सेनानी ऋषभ कुमार सपोर्ट वाहिनी, उप सेनानी  विरेंद्र रावत, राजकुमार बोहरा, देवेंद्र सिंह गुर्जर सहित अधिकारी, कर्मचारी, भूत पूर्व सैनिक, महिलाये व नव आरक्षको के परिवार जन उपस्थित थे।

नव आरक्षको द्वारा शानदार परेड मार्चपास्ट कदमो का तालमेल देखते ही बनते थे, उन्होंने बिभिन्न प्रकार के कर्तब्य भी दिखाए। आईजी श्री पापटा ने सर्वश्रेष्ठ रहे सिपाहियों में चालक संजीव कुमार को सर्वश्रेष्ठ कैडिट, ड्रिल में विक्रम जीत सिंह, फायरिंग में सिपाही जितेंद्र मीणा, बेपन में सिपाही लोकेश कुमार को ट्राफी प्रदान कर पुरुस्कृत किया। डीआईजी रमाकांत शर्मा ने मुख्य अतिथि आईजी श्री पापटा को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। अत: में उप सेनानी विरेन्द्र सिंह रावत ने सभी का आभार प्रदर्शन किया।
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