
विदित हो कि बीते शनिवार को सहरिया क्रांति के संयोजक और वरिष्ठ पत्रकार संजय बैचेन आदिवासीयों के बीच एक बैठक में जा रहे थे। तभी आरोपियों ने जानलेवा हमला बोल दिया था। जिसमे संजय गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल संजय बैचेन को पुलिस बमुश्किल बचाकर शिवपुरी लाई। जहां उनकी गंभीर हालात को देखते हुए चिकित्सकों ने ग्वालियर रैफर कर दिया। इस घटना के बाद आक्रोशित आदिवासीयों ने देहात थाने का घेराव कर दिया। पुलिस ने इस मामले में फरियादी के ग्वालियर होने की स्थिति में अपना पुलिसकर्मी भेजकर संजय के बयान कराए।
संजय बेचैन के बयानों के बाद ग्वालियर पुलिस ने जीरो पर कायमी कर शेष कार्रवाई के लिए मामला शिवपुरी पुलिस को भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सरपंच पति मनीष मलोहत्रा, सर्वजीत सिंह ढिल्लन उर्फ छब्बू, जग्गी ढिल्लन, दीपू सरदार, अमरजीत सरदार, अवतार सिंह सरदार, कुन्दें सरदार, सोनू सरदार और उनके 10 से 12 अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट और एससी/एसटी एक्ट की धारा 341, 294, 395, 325, 307, 506 आईपीसी 11/13 एमपीडीपी एक्ट, सहित 3/1/10 एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
वही इस घटना के बाद सिक्ख समुदाय के कुछ लोग एकत्रित होकर देहात थाने पहुंचे। 17 वर्षीय किशोरी ने संजय बेचैन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। पुलिस ने संजय बेचैन के खिलाफ धारा 354, 294, 506, 457 घर में घुसकर छेड़छाड़ करने, मारपीट और जान से मारने की धमकी व पॉक्सो एक्ट आदि धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया। सभी आरोपी फिलहाल फरार है।