
पीडित सुरेन्द्र राजपूत पुत्र कोमल सिंह राजपूत निवासी जबाहर कॉलोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि कल रात्रि लगभग 9 बजे अपने मित्र सलमान पुत्र दिलशाद खांन के साथ काली माता मंदिर के पास मिस्त्री के यहां से बाईक ठीक कराकर अपने घर जा रहे थे। तभी आईटीआई के पास उन्हें देहात थाने में पदस्थ दीवान महेश शर्मा,आरक्षक प्रशांत जादौन व एक अन्य पुलिस कर्मी ने पकड लिया और आरक्षक प्रशांत जादौन ने उसकी बेवजह पिटाई लगाना शुरू कर दी।
यह दृश्य देखकर वहां भीड़ एकत्रित हो गई। उसके बाद आरक्षक प्रशांत ने अपने पेंट की जेब से एक शीशी निकाली और उसमें भरा द्रव्य पदार्थ उसके मुंह में डाल दिया। जिससे वह बेहोश हो गया। घटना के बाद पुलिसकर्मी वहां से चले गए। तव उसका मित्र और वहां मौजूद भीड़ में से कुछ लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां उसका इलाज किया गया और आज गुरूवार की सुवह उसे डॉक्टरों ने घर जाने की सलाह दी। जहां सुरेन्द्र ने बयान में न्यायिक अधिकारी के समक्ष दर्ज किए गए है। वही पुलिस ने उक्त युवक के बयान लिए है।
इनका कहना है-
सुरेन्द्र राजपूत पुलिसकर्मीयों पर जो आरोप लगा रहा है वह निराधार और झूठे है। जबकि उक्त युवक बिना सायलेंसर के बाईक चला कर सड़क पर स्टंट कर रहा था। जिसे पुलिसकर्मीयों ने रोक लिया और उसकी बाईक थाने में रख दी। जिसे छुडवाने के लिए वह दबाब बनाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहा है।
सतीश सिंह चौहान, टीआई पुलिस थाना देहात