भाजपा सरकार के मंत्री अपनी असफलताओं का ठींकरा कांग्रेंस पर न मढ़े: रामसिंह यादव

शिवपुरी। मप्र में पिछले 15 वर्षों से भाजपा का शासन है फिर भी अपनी असफलता का ठीकरा कांग्रेस पर डालने का प्रयास भाजपा के मंत्री कर रहे हैं, इसका जीता- जागता प्रमाण उस समय दिखाई दिया जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह दौरे पर शिवपुरी पहुंचें।ज्ञात हो कि शिवपुरी जिला अस्पताल में व्याप्त कमियों की तरफ एक दिन पूर्व ही सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर ध्यान आकर्षित कर के निदान की मांग की थी, शिवपुरी पहुचने पर जब पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि आईसीयू में पिछले 6 महीने से ताले पड़े हुए हैं, डाक्टरों के पद खाली हैं, डायलिसिस यूनिट सहित ट्रामा सेंटर भी बंद होने की कगार पर है।

इन प्रश्नों के जवाब में जब स्वास्थ्य मंत्री को कोई उत्तर नहीं सूझा तो उन्होंने इसका ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ दिया। भाजपा के मंत्री किस तरह से असत्य एवं झूठे वक्तव्य का सहारा लेते हैं ये इन बातों से स्पष्ट है जिसमें मंत्री ने दावा किया कि मेडिकल कालेज हमने खुलवाए, डायलिसिस जैसी यूनिट बनवाई,कांग्रेस ने तो पिछले 40 वर्षों में कुछ नहीं किया। प्रदेश में 7 मेडिकल कालेज भाजपा की देन है। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि भाजपा को 10 वर्ष और शासन का मौका दिया जाए तो सभी व्यवस्थाएं ठीक हो जाएंगी।

प्रेस को जारी अपने तीखे वक्तव्य में शिवपुरी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एंव कोलारस विधायक राम सिंह यादव ने कहा कि संभवतया मंत्री महोदय भूल रहे हैं कि जिन 7 मेडिकल कालेजों को खुलवाने की बात कह रहे हैं ये सभी केंद्र की यूपीए सरकार के समय तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने स्वीकृत किए थे। 

जिसमें से शिवपुरी मेडिकल कालेज भी शामिल है। जिसके अस्तित्व को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक नकार रहे थे और कागजी घोषणा मात्र करार दे रहे थे। मेडिकल कालेज, ट्रामा सेंटर एवं शिवपुरी जिला अस्पताल के उन्नयन के अथक प्रयास करके सांसद एवं तत्कालीन केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र सरकार से बजट की मंजूरी दिलवाए और आज15 वर्ष षासन करने के बाद भी डाक्टर एवं अन्य स्टाफ तथा तकनीकी उपकरण तक ये सरकार उपलब्ध नहीं करा पाई है और अब कह रहे हैं कि 10 वर्ष का मौका और चाहिए। केंद्र की सरकार कह रही है कि 2022 तक नया इंडिया बना देंगे, मप्र सरकार कह रही है कि 10 वर्ष का समय और दे दीजिए, मप्र का काया पलट देंगे।

यदि थोड़ा भी स्वाभिमान इस भाजपा सरकार में बाकी है तो जनता को बरगलाने के बजाय पिछले 15 वर्ष का हिसाब देना चाहिए, अपनी नाकामयाबियों का ठीकरा कब तक कांग्रेस पर फोड़ते रहेंगे, अपनी असफलताओं के लिए सार्वजनिक रूप से भाजपा के जिम्मेदारों को माफी मांगनी चाहिए। मप्र के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को शिवपुरी सहित पूरे प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यस्थाओं एवं खामियों के लिए बेबस होने के बजाय माफी मांगनी चाहिए।

अपने अंचल एवं क्षेत्र का विकास कैसे किया जाता है ये सीखना है तो हमें सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सीखना चाहिए जिन्होंने शिवपुरी की पेयजल समस्या के निवारण के लिए मढ़ीखेड़ा डैम से 80 करोड़ की पानी की योजना जिसका लाभ आगामी दो महीने में शिवपुरी की जनता को मिलने  लगेगा, 190 करोड़ की लागत से मेडिकल कालेज, 125 करोड़ की लागत से एनटीपीसी का इंजीनियरिंग कालेज, 65करोड़ की लागत से एनपीटीआई, 70 करोड़ की लागत से सीवर लाइन प्रोजेक्ट, 4 हजार करोड़ की लागत से ग्वालियर- देवास एबी रोड का फोर लेन मार्ग का निर्माण, स्टैडियम सहित तमाम योजनाए स्वीकृत कराकर शिवपुरी नगर  एवं आस-पास के क्षेत्र को विकास एवं प्रगति की मुख्यधारा से जोड़ा, लेकिन भाजपा शासन का इसमें क्या योगदान रहा? इन सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में रोड़े अटकाना। जो योजना 1 वर्ष में पूरी होनी थी आज 10 वर्ष बाद पूरी हो पा रही है।

दो दिन पूर्व सांसद सिंधिया ने अपने पत्र के माध्यम से षिवपुरी जिला अस्पताल की जिन कमियों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री से अपील की है, यदि  उनका निदान नहीं किया जाता है तो कांग्रेस शिवपुरी की जनता के साथ मिलकर बड़े जन आंदेालन को करने के लिए बाध्य होगी।