
इसी मामले में कोतवाली पुलिस ने एसडीएम रूपेश उपाध्याय के आवेदन पर शिक्षक राजेन्द्र पिपलौदा पर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिक्षक राजेन्द्र पिपलौदा का कहना है कि यह फोटो मैने वायरल नही किया है बल्कि किसी ने मेरे मोबाईल से उक्त फोटो को वायरल किया है।
लेकिन इसी उठापटक के बीच शिवपुरी की सोशल मीडिया पर और एक फोटो शिक्षक राजेन्द्र पिपलौदा के द्वारा पोस्ट किया गया। यह बिल्कुल वैसा ही फोटो है जैसा एसडीएम का बताया जा रहा था। माना जा रहा है कि इसी फोटो को एडिट करके इसमें एसडीएम का चेहरा जोड़ दिया गया था।
सूत्रो को कहना है कि शहर के भूमाफिया इस तरह का फोटो तैयार कर एसडीएम को लगातार ब्लैकमैल कर रहे थे। बताया जा रहा है कि जमीनों के डायवर्सन को लेकर वो एसडीएम से मनचाही कार्रवाई करवाना चाहते हैं। रुपेश उपाध्याय इसके लिए तैयार नहीं थे। इसीलिए इस तरह के फर्जी फोटो बनाए गए और सोशल मीडिया पर उनमें से एक फोटो वायरल कर दिया गया।
इनका कहना है
यह मेरा फोटो नही है किसी शरारती तत्वो ने इस फोटो को बनाया है और मुझे बदनाम करने के लिए इस फोटो को सोशल मिडिया पर वायरल किया है और इस मामले में मुझे इससे ज्यादा मुुझे कुछ नही कहना है।
रूपेश उपाध्याय एसडीएम शिवपुरी
शिवुपरी समाचार डॉट कॉम किसी भी फोटो की सत्यता को प्रमाणित नही करता है।