कोलारस। बीते रोज कोलारस नगर पंचायत अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे को कोलारस न्यायलय में करीब 8 साल से चल रहे हाईवे जाम करने के प्रकरण में न्यायालय द्वारा 6 माह की सजा सुनाई थी। सजा के बाद ही जमानत भी दे दी गई। जिसके बाद शनिवार को नगर परिषद में प्रेसवार्ता के दौरान घटना पर रोशनी डालते हुए बताया कि 2009 में तेंदुपत्ता बोनस वितरण के दौरान तत्कालीन वन मंत्री विजय शाह के कार्यक्रम के दौरान सुबह 10 बजे से भूखे प्यासे आदीवासीयों गरीब लोगो को शाम तक बिना भोजन पानी के कार्यक्रम में रूकने के लिए मजबूर किया गया।
जिससे आहत और परेशान होकर आदीवासियो और गरीबो ने रोड जाम कर दिया घटना की जानकारी में जब नगर के वरिष्ठ अधिकारी और मुझे लगी तो हम समझाइस देने पहुंचे तो उन्हे सरकार के दबाब में विपक्षीय कार्यवाही का सामना करना पड़ा। मेंने गरीबो की यह लड़ाई 8 वर्ष से ज्यादा लड़ी है। और आगे भी लड़ता रहूंगा। में न्यायालय फैसले का सम्मान से स्वीकार करता हूं। और आगे भी कोर्ट जो निर्णय देगी वह स्वीकार होगा। मेरी लड़ाई गरीब और सत्य कि लड़ाई है जो आखरी सांस तक जारी रहेगी।
गौरतलब है कि 2009 में जगत चैराहे पर एक सेंकड़ा आरोपियो सहित 19 मुख्य आरोपियो सहित कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे पर केश दर्ज किया गया था। जिसपर सुनबाई करते हुए रविन्द्र शिवहरे को 3 अगस्त 2017 को न्यायाधीश द्वारा धारा 147, 338, 149, के तहत 3 - 3 वर्ष धारा 336, 337 के तहत 6 - 6 माह का कारावास की सजा सुनाई है। जबकी अन्य आरोपियो को बरी कर दिया गया है।
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