
बाद में कोर्ट से उसे 3 साल की सजा सुनाई गई लेकिन इसने हाईकोर्ट में अपील की जहां से बरी हुआ। बाद में शासन ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली जहां से सजा बरकरार रखी गई। लेकिन आरोपी फरार हो गया था। जिसे लेकर आईजी ने 20 हजार का ईनाम घोषित किया था।
सायबर सेल से ट्रेस की लोकेशन
पुलिस ने सायबर सैल की मदद से उक्त आरोपी का लगातार पीछा किया। एक तरफ पुलिस आरोपी का पीछा कर रही थी तो दूसरी ओर सायबर सेल के विकास पुलिस को आरोपी पूरन की लोकेशन बताते जा रहे थे। पुलिस को डर था कि आरोपी बीच रास्ते से कहीं गायब न हो जाए लेकिन लोकेशन के आधार पर आरोपी जैसे ही मोहना के समीप श्योपुर जाने वाले तिराहे पर अपने परिवार के साथ वाहन में सवार नजर आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।