शासकीय मान्यता प्राप्त रिश्वतखोर अधिकारी पहुंचा वसूली करने, कलेक्टर ने कहा कराओ FIR

शिवपुरी। जिले में बीते कुछ माह पूर्व लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथो रिश्वत लेते धरे गए फूड इस्पेक्टर हनुमान मित्तल आज अपना इलाका बदलकर बसूली करने जा पहुंचे, मामला मीडिया में आया और मीडिया के द्वारा मामला कलेक्टर के संज्ञान में लाया गया,इंस्पेक्टर को इस बात की भनक लग गई तो उक्त इंस्पेक्टर बस में बैठकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि शासकीय मान्यता प्राप्त रिश्वतखोर  फूड इस्पेक्टर हनुमान मित्तल शनिवार की देर शाम बैराड के एक दूध डेयरी पर पहुंचे और सीधे-सीधे धमकी देते हुए रूपयो की मांग करने लगे, नही तो सैंपल भर कर जेल देने की धमकी देने लगे। 

डेयरी संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमे यह ज्ञात था कि फूड इस्पेक्टर हनुमान मित्तल को 22 मई को सुमन बेकरी से रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद इन्है सस्पैंड कर दिया गया था। लेकिन आज यह बैराड में जेल भेजने की धमकी देते हुए वसूली करने आ पहुंचे,यह तो सस्पैंड है, यह मामला मिडिया को बताया गया। 

जब इस मामले की सूचना शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने कलेक्टर तरूण राठी को दी तो कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पता लगाया। तभी इस पूरे घटनाक्रम की सूचना हनुमान मित्तल को मिल गई और उन्होंने दौड़ लगाते हुए तत्काल श्योपुर की बस पकड़ ली। बताया गया है उक्त फूड स्पेक्टर बैराड़ कस्बे के कई दुकानदारों से बसूली कर चुका है।

अब पहले ही रिश्वत के मामले में दोषी इस हनुमान मित्तल का शिवपुरी में ही रहना और लगातार काम करना समझ से परे है कि आखिर उक्त फूड स्पेक्टर अभी तक शिवपुरी में कैसे पदस्थ है। इस मामले में जब सीएमएचओ से प्रतिक्रिया जानना चाही तो उनका नंबर बंद मिला। 

शनिवार और रविवार को बसूली करने आते है उक्त फूड इंस्पेक्टर
यह फूड इंस्पेक्टर हनुमाल मित्तल के बारे में बताया गया है कि यह श्योपुर के चूडी मार्केट और पाली रोड़ पर अपनी फिजिक्स और मेथ्स की कोंचिंग संचालित करता है। सप्ताह के बाकी दिनों में यह कोचिंग पढ़ाता है और शनिवार रविवार को शिवपुरी में आकर बसूली कर बापिस चला जाता है। 

इनका कहना है
अभी तीन माह पूर्व रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया फूड इस्पेक्टर तो अभी सस्पेंड ही होगा। फिर भी में दिखबा लेता हूं कि किस आधार पर यह ड्यूटी पर है। रही बात रिश्वत लेने की तो आप दुकानदारों को थाने भिजवाकर एफआईआर करा दे। 
तरूण राठी, कलेक्टर शिवपुरी