
जानकारी के अनुसार ग्राम सुजावनी में रहने वाले सोमवती पाल गर्मी अधिक होने के कारण परिवार के साथ घर के बाहर सो रही थी लेकिन वहां मच्छरों ने उसे परेशान कर उसकी नींद उड़ा दी। जिससे सोमवती ने मच्छरों को भगाने के लिए कण्डे को जलाकर उसका धुंआ कर दिया। इसी दौरान हवा चलने से जलते हुए कण्डे की चिंगारियां वहां रखे अन्य कण्डों तक पहुंच गई और कण्डों ने आग पकड़ ली।
धीरे धीरे आग झोंपड़ी तक पहुंच गई और झोंपड़ी धूं धूं कर जलने लगी। तभी सोमवती और उसके पति रविंद्र पाल की नींद खुल गई और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर ग्रामीण वहां एकत्रित हो गए जिन्होंने आग बुझाने का काफी प्रयास किया बाद में पुलिस को सूचना दी गई जहां पुलिस फायर बिग्रेड के साथ मौके पर पहुंची और आग को बुझाया गया। लेकिन आग ने उसकी झोंपड़ी सहित सारे सामान को नष्ट कर दिया।