
आज मंगलवार जनसुनवाई का दिन था। कलेक्ट्रेट में अनेको लोग अपनी समस्याओ से संबधिंत आवेदन देने शिवुपरी आए थे। कलेक्ट्रेट की बहार कुछ महिलाए अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठी थी। मिडिया कर्मियो ने जब धरने पर बैठी महिलाओ से धरने पर बैठने का कारण पूछा तो नए तरह के घोटाला सामने आया कि अब अधिकारी दुल्हनो का दहेज भी डकार गए।
बताया गया है कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित विवाह समारोह में 31 मई को को हुआ था। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मिलने वाली राशि एवं सामग्री का वितरण नहीं किया गया था। लेकिन आज तकरीबन 1 महीना बीतने के बाद भी उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के का लाभ नही मिला। जानकारी आ रही है कि इस सम्मेलन में 74 जोडो का विवाह संपन्न हुआ था।
धरने पर बैठी दुल्हन रूबी जाटव का कहना था कि 1 माह तक हमने आँफिसो के चक्कर लगाए लेकिन हमे आज तक हमारा समान नही मिला है। इधर इस सम्मेलन को आयोजित कराने वाले मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि उन्हें जनपद पचंायत द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जितने चाहे उतने जोड़ों के विवाह करा लें उन्हें मुख्यमंत्री योजना के अंतर्गत मिलने वाला लाभ प्रदान कर दिया जाएगा।