
आज उक्त प्रसूता की छुट्टी होनी थी तो नर्सों ने कहा कि आपके यहा कौन हुआ है। लडक़ा या लडक़ी जिस पर परिजनों ने कहा कि हमारें यहा तो बेटी हुई है। तो नर्सों ने कहा कि पर्चे में तो लडक़ा लिखा है। वह फिर क्या था परिजन भडक़ गए और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बच्चे को बदलने का आरोप लगाने लगे।
जिसे बमुश्किल शांत कराया। जहां स्थिति को बिगड़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने पर्चा जमा करा लिया और आज होने वाली छुट्टी को कल पर टाल दिया। गनीमत रही कि इस घटनाक्रम में परिजन शांत हो गए। वरना अस्पताल के कर्मचारीयों की लापरवाही के चलते एक और हादसा तय था। फिलहाल परिजन पूरी तरह से शांत हो गए है।