आखिर इन मेरिज गार्डन से कितना हफ्ता लेते हो एसडीएम सहाब

इमरान अली, कोलारस । इन दिनों कोलारस एसडीएम शहर में मेरिज गार्डन के संचालको के बीच अघोषित गठबंधन के लिए चर्चा का विषय बने हुए है। जिससे चलते अब स्थानीय लोगों ने एसडीएम पर उंगली उठाना प्रारंभ कर दी है। एक मैरिज गार्डन संचालक ने तो यहां तक कह दिया कि कार्यवाही कैसे होगी। एसडीएम को अपना हप्ता समय पर पहुंच जाता है। तो फिर कार्यवाही कैसे करेगा कोई। लेकिन इस अवैध रूप से संचालित हो रहे इन गार्डन संचालकों की बात को अगर अनदेखा करें तो फिर आज तक कोई कार्यवाही नहीं करने से एसडीएम कटघरें में आकर खड़े हो गए है। आखिर क्या बजह है जो एसडीएम कार्यवाही करने से कतरा रहे है। 

कोलारस मुख्यालय में नगर परिषद कार्यालय में एक भी मैरिज गार्डन पंजीयन नही है। यहां संचालित होने वाले मैरिज गार्डन अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। जिसमें प्रशासन की भूमिका को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। जिससे शासन को तो क्षति हो ही रही है। साथ ही मैरिज गार्डन के आसपास रहवासियों की नींद हराम होने के साथ साथ कई तरह के प्रदूषण का दंश झेलना पड़ रहा है। 

कोलारस प्रशासन पुरी तरह से सवालो के घेरे में घिरता जा रहा है।
बताया गया है कि पिछले वर्ष प्रषासन ने हाई कोर्ट के निर्देशो के बाद कोलारस में कुछ मैरिज को बंद किया था लेकिन सील करने के कुछ दिनो बाद ही प्रषासन ने बिना किसी उचित जांच के सील किये गए मैरिज गार्डनो को खुलबा दिया था जिसमें प्रषासन कि काफी किरकिर हुई थी। और मोटी रकम लेन देन की बातें भी सामने आई थी।

सवालो के घेरे में कोलारस प्रशससन   
कोलारस में अवैध रूप से चल रहे मैरिज गार्डनो का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इसी बात को लेकर 23 मार्च को जब हमारे प्रतिनिधी ने कोालरस एसडीएम आरके पांडे को आवगत कराया था।

जिसके बाद कोलारस एसडीएम आरके पांडे ने मामले कि जांच कराकर जल्द कार्यवाही का भरोशा दिया था लेकिन आज करीब 74 दिन बीतने के बाद भी कोलारस प्रषासन अवैध रूप से संचालित हो रहे मैरिज गार्डनो पर कार्यवाही नही पाया। जिससे प्रषासनिक मषीनरी पर सवाल खड़े हो रहे है। ऐसा माना जा रहा है कोलारस के रसूखो के दबाब के वलते प्रषासन नतमस्तक हो रहा है और कार्यवाही करने से बच रहा है। 

शासन कि मंशा पर खरे नही उतरेंगे कोलारस के मैरिज गार्डन
शासन कि गाईड लाईन के अनुसार मैरिज गार्डन -धर्मिक सामाजिक एवं अन्य आयोजनों एवं विवाह समारोह हेतु निकाले जाने वाले चल समारोह (बारात) में पटाखे अतिशबाजी चलाये जाने एवं ध्वनि प्रदूषण भी होता है। रात्रि 10 बजे के बाद ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग निषिद्ध रहेगा। 

ऐसे भी मैरिज गार्डन मांगलिक भवन होटल अदि का निर्माण करते वक्त आंगतुकों के लिये 35 प्रतिशत एरिया में पर्किंग की व्यवस्था नहीं रखे जाने पर वहां विवाह समारोह या अन्य कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जा सकेंगे । 

प्रत्येक मैरिज गार्डन मांगलिक भवन होटल प्रवेश द्वारा एवं पार्किंग द्वारा अलग अलग बनाया जाएगा तथा पर्किंग स्थल को दर्शाने वाला साइनबोर्ड भी लगाया जायेगा आगन्तुकों द्वारा वाहनों की पार्किंग निर्धारित स्थल पर ही की जायेगी ताकि वहां से गुजरने वाले जनसमुदाय आवागमन का मार्ग बाधित न हो। इनके संचालकों द्वारा स्वंय के खर्चे से पर्याप्त संख्या में दो गार्डों की भी व्यवस्था की जायेगी जो व्यवस्थित पर्किंग के लिये मार्गदर्शन देंगे। 

साथ ही मैरिज गार्डनो में अग्नीषामक यंत्र, मैरिज गार्डन के विभिन्न हिस्सों में सीसी टीव्ही कैमरे, खाने बनाने के लिए घरेलू गैस सिंलेंडरो का उपयोग नही किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के उचित उपाये कियें जाऐंगे।