
बाद में जब मृतिका का पिता मनोहर सिंह वहां पहुंचा तो ज्ञात हुआ उनकी पुत्री का अंतिम संस्कार हो चुका है जिस पर मनोहर ने पुलिस को सूचना दी कि और दामाद कृष्णपाल सिंह परमार सहित उसके चचेरे भाई हरनाम सिंह, हरपाल सिंह बड़ेे राजा और अरविंद सिंह पर आरोप लगाया कि इन पांचों ने मिलकर उसकी पुत्री की हत्या की है। पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लिया और जांच शुरू की तो ज्ञात हुआ कि आरोपियों ने घटना वाले दिन सोनम की मारपीट की थी जिससे उसकी मौत हो गई और आरोपियों ने साक्ष्य छुपाने की दृष्टि से उसका बिना सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया।
सोनम के चरित्र पर शंका करता था पति
पुलिस जांच में ज्ञात हुआ कि मृतिका का पति कृष्णपाल सिंह परमार मृतिका के चरित्र पर संदेह करता था जिसे लेकर वह आए दिन उससे झगड़ता भी था और घटना वाले दिन भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था जहां कृष्णपाल ने अपने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर उसकी निर्ममतापूर्वक मारपीट की जिससे सोनम की मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने आरोपीगण कृष्णपाल सिंह परमार सहित उसके चचेरे भाइयों हरनाम सिंह, हरपाल सिंह, बड़े राजा और अरविंद सिंह पर भादवि की धारा 304 बी, 201, 498 ए और 34 सहित 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने जांच के बाद पाया कि आरोपीगण दहेज की मांग करते हुए सोनम राजा को प्रताडि़त करते थे जिससे उसकी मौत हो गई।