
लेकिन जानकारी आ रही है कि जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में ही आधा दर्जन से अधिक शिक्षक वहीं समाजसेवी संस्था स्काउट गाइड में 5 शिक्षक सहित अन्य कार्यालयों में दर्जनों शिक्षक अपनी मूल संस्थाओं में सेवा न देते हुए वहां के रजिस्टरों में ओडी डालकर जिला स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी के इर्दगिर्द रहने की दृष्टि से अपना अटैचमेंट करा रखे हैं। यह सब खेल जिले के जिला अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है।
अब देखना यह है कि जिला अधिकारी इनका अपने मुख्य कार्यालय में पदस्थ अटैचमेंट को समाप्त कर शिक्षकों को मूल विद्यालयों मेें पहुंचा पाते हैं या नहीं या फिर अटैचमेंट पर रहकर कार्यालय में ही पदस्थ रहेंगे। यदि यह शिक्षक कार्यालय में रहते हैं तो जिन संस्थाओं में इनकी पदस्थापना है वहां के बच्चों के भविष्य का क्या होगा।