महिला बाल विकास विभाग: 80 हजार रूपए लेकर अपात्र को दे दी नौकरी

कोलारस। भाजपा के शासन काल में शिवपुरी जिले में भ्रष्टाचारीयों के हौसले दिन ब दिन बुलंद होतेे जा रहे है। शिवपुरी जिले में उच्च अधिकारीयों का कलेक्ट्रट परिसर में रिश्वत का काला खेल खेलते दबौचे जाने के बाद भी उक्त अधिकारी और अधीनस्थ कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। आज जिले के कोलारस अनुविभाग में महिला बाल विकास विभाग अधिकारी नीलम पटेरिया पर उसी के अधीनस्थ एक कर्मचारी ने 80 हजार रूपए मांगने का आरोप लगाया है। 

प्रेस को जारी बयान में पत्नि धर्मेन्द्र सैन निवासी इंदिरा कॉलोनी जगतपुर ने महिला बाल विकाश विभाग की अधिकारी नीलम पटेरिया पर आरोप लगाया है कि उक्त अधिकारी ने आगंनबाड़ी में कार्यकर्ता के पद पर चयन होने के लिए मुझसे 80 हजार रूपए की मांग की थी। लेकिन में पात्रता में आ रही थी तो मेने रिश्वत देने से मना कर दिया तो उक्त अधिकारी ने चयनित लडक़ी के माता पिता की राजनैतिक पहुंच होने के चलते उसे पदस्थ कर दिया। जिन्होंने अधिकारियों से सांठ गांठ कर और रिश्वत देकर अपनी पुत्री का चयन करा लिया है और उसे मात्र एक अंक से आयोग्य ठहरा दिया है। 

जबकि नियमानुसार वह आंगनबाड़ी कार्र्यकर्र्ता पद पर चयन के लिए पूरी तरह से पात्र है। दस वर्ष से वह आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर कार्र्य कर रही है और कक्षा 12 तथा हाईस्कूल परीक्षा भी उसने उत्तीर्र्ण कर ली है। राजकुमारी ने पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए अपात्र आवेदिका की नियुक्ति निरस्त करने की गुहार लगाई है। साथ ही कहा है कि पात्रता के आधार पर उसका आंगनबाड़ी कार्यकर्र्ता के पद पर चयन किया जाए। इस संबंध में शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम ने उक्त अधिकारी से बात कराना चाही तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।