कोलारस। अभी कुछ दिनो पहले बड़ा पेचीदा मामला सामने आया था जहां एक व्यक्ति को अपनी समस्याओ के लिए इतना पेंचिदा पड़ा कि उसने 103 आवेदन दे डाले जिसमें सब
से ज्यादा आवेदन कोलारस एसडीएम आरके पांडे को दिये लेकिन एसडीएम स्तर पर कोई कार्यवाही न होने पर उसने अपने पेर जिला शिवपुरी जनसुनबाई में पहुंचा।
लेकिन निराशा ही उसके हाथ लगी लेकिन इस पूरे मामले कि खबर कोलारस प्रतिनिधी इमरान अली, विकास कुशवाह ने ‘‘शिवपुरी समाचार डॉट कॉम’’ में प्रमु ाता के साथ प्रकाशित कर मामले कि गंभीरता को समझते हुए उसे प्रशासन और जनता के बीच पहुंचाया जिसके बाद अन्य मीडियाकर्मियो ने भी अपने स्तर पर किसान को भरपूर सहयोग किया और समाचारों के माध्यम से प्रशासन के संज्ञान में लाया गया।
जिसका परिणाम हुआ कि बीते रोज हुई जनसुनबाई में कलैक्टर ओपी श्रीवास्तव ने मामले कि गंभीरता को देखते हुए किसान माईनिंग विभाग कि टीम को किसान के खेत पर हुए नुकसान का आंकलन करने भेजा गया।
क्या था मामला
मुकेश शर्मा निवासी कोलारस कि भूमी ग्राम टगर कोलारस में स्थित है। जिसका मु य पालन पोषण का मु य श्रोत खेती ही है। जिसका सर्वे नंबर 139 रकवा 0.72 है। जिसमें मुकेष के अलावा उसके दो भाई और भी सम्मलित है। दोनो भाईयो का पहले ही देहान्त हो चुका है।और दोनो परिवारो जिम्मेदारी भी किसान पर है। चुकी उनकी आय का मुख्य श्रोत खेती है।
लेेकिन उक्त किसान की भुमी से 2000 फिट दूर फोरलाईन निर्माण कार्य चल रहा हैै। जिसके चलते फोरलाईन कर्मचारियो द्वारा भूमी से जबरन पीली मिटटी खोदकर खेत किसान के खेत को अपूर्णित क्षति पहुंचाई जा रही थी और फोरलाईन र्निमाण में ली जा रही थी। जिसकी सूचना जब मुकेष षर्मा को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए और फोरलाईन कर्मचारियो के सामने अपना विरोध दर्ज कराया जिसके बाद फोरलाईन निर्माण कर रहे कर्मचारियो ने मुकेश शर्मा को आश्वासन दिया की वह इस मिटटी के बदले उन्हे 350 रूपए प्रति डंपर दिया जाएगा।
साथ ही खेत को स ातल करके दिया जाएगा और चारो तरफ से पार उठाई जाएगी। लेकिन खुदाई पूरी करने और मिटटी ले जाने के बाद ही कंपनी कर्मचारियो के तैवर बदल गए और अब कंपनी के कर्मचारी फोन तक रिसीव नही कर रहे। फोरलाईन कर्मचारियो ने किसान कि जमीन को खेती करने लायक भी नही छोड़ा।
उसके बाद 45 दिनो कि ट्रेनिंग के बाद अपना प्रभार संभालने के बाद ही मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने मुकेश शर्मा को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया साथ ही माईनिंग विभाग को मामले कि जांच के आदेश दिये जिसके बाद माईनिंग विभाग की टीम बीते रोज मय दल बल के पीडि़त किसान मुकेश शर्मा के खेत पर पहुंची और फोरलाईन कर्मी से खेत के नुकसान का आंकलन किया।
एक अनुपात के तहत लाखो रूपए का नुकसान किसान का फोरलाईन कर्मियो द्वारा किया गया है। इस पूरे घटनाक्रम में क्लैक्टर ओपी श्रीावास्तव द्वारा कि जाने वाली जनसुनबाई में सकारात्मक पहल दिखाई दी जो पिछले 45 दिनो का प्रभाव संभाल रही नेहा मरव्या द्वारा कि गई जनसुनबाई में नही दिखाई दी।
कोलारस एसडीएम कि लापरवाही जगजाहिर उठ रहे कई सवाल -
लेकिन इस पूरे मामले में कोलारस एसडीएम आर.के. पांडे और अन्य अफसरो कि अफसरशाही उजागर हुई जो दर्जनो आवेदन किसान से लेने के बाद भी कार्यवाही तो दूर कि बात जांच तक नही करा पाए। कोलारस एसडीएम ने मौके पर किसी राजस्व अधिकारी को भेजकर नुकसान आकलन करना तो दूर जांच करना भी उचित नही समझा।
इस पूरे मामले में कोलारस में अफसरो कि संवेदनशीलता और लापरवाही जगजाहिर हो रही है। और काफी हद तक किरकिरी हो रही है। इस पूरे घटनाक्रम में एसडीएम कि मंशा पर कई प्रशन चिन्ह लग रहे है।