अनूठी सेवा: पुस्तैनी जमीन बैचकर करा रहे गऊ शाला का निर्माण

करैरा। आज कल आपने सुना होगा कि मंदिर के नाम पर भ्रष्टाचार, गौसेवा के नाम पर लाखों की जमींन पर अतिक्रमण लेकिन करैरा के एक सेठ जी आज अपनी जमींन बैचकर गौसेवा में जुटे हुए है। गौसेवा करने के उद्देश्य से स्वयं के हिस्से की पुश्तैनी जमीन बेच कर गौशाला एवं गौ चिकित्सालय का निर्माण करा दिया इतना ही नहीं उनका कहना है कि आगे भविष्य में भी निरंतर गौ सेवा के लिए तन मन धन से समर्पित रहेंगे।

करैरा निवासी पं. पुष्पेंद्र मिश्रा पेशे से गल्ला व्यापारी है शुरू से ही धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति हैं जिसके चलते उनका साधु संतों से मेल जोल काफी अधिक है वह समय समय पर धार्मिक आयोजनों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं वह जब भी कस्बे में गायों को आवारा घूमता देखते थे तथा बीमारी से ग्रस्त व घायल देखते थे तो उनका मन विचलित हो उठता था। 

जब उन्होंने अपने गुरु एक दिन उनके मन में गौशाला निर्माण का याल आया जब उन्होंने इस संबंध में अपने गुरु श्री आवाहन अखाड़ा दशमेश घाट काशी के महंत पूनम गिरी जी महाराज से बात की तो उन्होंने गौशाला एवं गौचिकित्सल्य निर्माण के लिए कहा पंडित मिश्रा ने सहयोग के लिए अपने मित्रोंए मिलने वालों से बात की तो सब किनारा कर गए किसी ने उनका सहयोग नहीं किया लेकिन वह मन बना चुके थे।

जिसके चलते उन्होंने उनके हिस्से में आई उनकी पैतृक कृषि भूमि जो ग्राम केरुआ में स्थित थी उसको बेचकर गौशाला निर्माण कराना आरंभ कर दिया वह गौसेवा में ऐसे रमे की पिछले 5 वर्षों से व्यापार भी छोड़ दिया उक्त गौशाला में लगभग 200 गायों का उपचार व देखभाल एक समय में किया जा सकता है गौशाला में उनके द्वारा गौ चिकित्सालय का भी निर्माण कराया गया है जिसमें अभी तक 1 हज़ार से अधिक गायों का रिटायर्ड पशु चिकित्सकों के द्वारा उपचार तथा ऑपरेशन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कुछ ही दिनों में यहां पर बनारस से आचार्य आ रहे हैं जो नेचुरल पैथी, गौ पैथी आदि से इंसानों की बीमारियों का भी इलाज यहां करेंगे।

वर्तमान में 102 गायों का चल रहा इलाज
गौसेवा शक्तीपीठ अस्पताल एवं गौशाला में वर्तमान में 102 गायों का इलाज चल रहा है जिनको दवाओं से लेकर ऑपरेशन तक की सुविधा यहां पर दी गई है जिसमें करेरा में रहने वाले रिटायर पशु चिकित्सकों का सहयोग लिया गया है इससे पूर्व 1 हजार से अधिक गायों का सकुशल इलाज किया जा चुका है।

गौशाला निर्माण में शिवसेना व गौ रक्षा दल के सदस्यों ने किया सहयोग
गौसेवा शक्ति पीठ अस्पताल एवं गौशाला करैरा के संस्थापक पंण् पुष्पेंद्र मिश्रा बताते हैं कि उनके इस पुनीत कार्य में श्रमदान के रूप में शिवसेना इकाई करेरा के सदस्य रामेश्वर दुबे,अन्ना हरिओम तिवारी ब्लॉक प्रमुख शिवसेना, विनोद काका, दिनेश बोहरे, रामू कनकने सोनू पंडा, सतीश चौबे, विनीत श्रीवास्तव सहित गऊ रक्षा दल के उपदेश बोहरे, विक्की खटीक, शंकर तिवारी, निखिल जैन का बहुत सहयोग मिला है जिसके लिए वह उनका धन्यवाद हैं।

पांच बीघा क्षेत्र में बनी है गौशाला
गौसेवा शक्तिपीठ अस्पताल एवं गौशाला प्राचीन दुर्ग की तलहटी में पांच बीघा क्षेत्रफल में बनी है जिसमें कुआं गायों के रहने हेतु व्यवस्था अस्पताल एवं बाउंड्री कराई गई है जिसमें पूर्ण रूप से गायों को सुरक्षित रखा जाता है उक्त गौशाला में ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, का भी निर्माण  कराया गया है  एक बार में 200 से अधिक गायों का  उपचार यहां हो सकता है।

जल्द शुरू होगी नेचुरल पैथी से व्यक्तियों का इलाज
पंडित मिश्रा के अनुसार गौशाला में शीघ्र ही नेचुरल पैथी से इलाज की शुरुआत की जाएगी जिसमें सूर्य चिकित्सा, निशुल्क योग अ यासए सबसे बड़ी बात गऊपैथी के द्वारा भी व्यक्तियों का इलाज यहां किया जाएगा जिसमें दूध, घी, गौमूत्र एवं गौस्पर्श से बनारस के आचार्यों द्वारा व्यक्तियो का इलाज किया जाएगा।