
नोटबंदी के बाद सभी शासकीय द तरों को कैशलेस करने की बात आई तो बिजली कंपनी में संशय बना हुआ था, आखिर यह सब कैसे होगा। हालांकि ऑफलाइन बिल जमा करते हुए पहले उसे इन हाउस ऑनलाइन जमा कराने की प्रक्रिया शुरू हुई फिर एमपी ऑनलाइन पर बिल जमा होना शुरू हुए और अब पेटीएम से भी कोई भी उपभोक्ता देशभर में कहीं से भी बैठकर बिजली कनेक्शन के आधार पर अपना बिल जमा करा सकता है।
डीई मानते हैं कि अभी यहां के लोग कैशलेस सिस्टम को अंगीकार नहीं कर पाए हैं । हमें लोगों को जागरुक करना पड़ेगा। इसी दिशा में हम प्रयास कर रहे हैं। ऑफलाइन बिल जमा करने वाले लोगों को समझाइश दी जा रही है कि वे कंपनी द्वारा सुझाए गए तीन विकल्पों में कोई एक अपनाएं और घर बैठे बिल की राशि जमा करें।
कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन
नए बिजली कनेक्शन भी ऑनलाइन हो गए हैं। इसके लिए उपभोक्ता को अभी प्रारंभिक रूप से द तर जाना होगा। वहां बिजली कर्मचारियों द्वारा सबकुछ ऑनलाइन जमा कराया जाएगा। सॉ टवेयर तैयार होने के बाद घर बैठे बिजली कनेक्शन लेने की शुरूआत हो जाएगी।
पावर कट होने के बाद उसकी शिकायत भी ऑनलाइन हो रही है। बिल बांटने वाले कर्मचारियों की शिकायतें मिलने के बाद अब बिल भी मोबाइल पर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए शहर के सभी उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर एकत्रित करना शुरू हो गया है। डीई कहते हैं कि जैसे ही हमारा सॉ टवेयर तैयार हो जाएगा हमारे उपभोक्ताओं को काफी आसानी हो जाएगी।
इस तरह मिलेगा सुविधा का लाभ
नया कनेक्शन लेने के लिए लोगों को सबसे पहले वेब पोर्टल पर जाना होगा। वेबसाइट खुलने के बाद कस्टमर सर्विस ऑप्शन पर क्लिक करें। उर्जस, उपभोक्ता सेवा केंद्र पर क्लिक करें फिर पांच ऑप्शन आएंगे। 1 नया कनेक्शन लेने के लिए। 2 नाम ट्रांसर्फर के लिए। 3 खराब मीटर बदलने के लिए। 4 कनेक्शन कटवाने के लिए। 5 फेल ट्रांसफार्मर बदलवाने के लिए। उपभोक्ता सुविधानुसार ऑप्शन का उपयोग कर लाभ ले सकता है।
एक साल में इतने लोग आते हैं द तर
कार्य उपभोक्ता सं या
नया कनेक्शन 500 से 650
नाम ट्रांसफर 50 से 100
खराब मीटर बदलवाने 600 से 700
कनेक्शन कटवाने 50 से 100
ट्रांसफार्मर बदलवाने 10 से 15
केबल बदलना 80 से 100